BJP’s CM Formula : भाजपा में जिसका नाम सबसे ज्यादा चर्चा में, समझो वो दौड़ से आउट!

2019 में नरेंद्र मोदी ने नवनिर्वाचित सांसदों को संबोधित करते हुए ये इशारा किया था!

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BJP’s CM Formula : भाजपा में जिसका नाम सबसे ज्यादा चर्चा में, समझो वो दौड़ से आउट!

Bhopal : मुख्यमंत्रियों के नाम पर चौंकना भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की पुरानी आदत रही है। उज्जैन के जिस विधायक मोहन यादव का नाम कहीं चर्चा में नहीं था मोदी-शाह की जोड़ी ने उसे मध्यप्रदेश की कमान सौंप दी। ये पहली बार नहीं हुआ। इसका इशारा गुजरात में भी मिला था, जब भूपेंद्र पटेल को अचानक मुख्यमंत्री बनाया गया था। वे भी अंतिम पंक्ति में बैठे थे और नाम सुनकर चौंके थे।

मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने फिर चौंका दिया। उनका नाम कहीं चर्चा में भी नहीं था। लेकिन, वे मध्य प्रदेश भाजपा विधायक दल के नेता चुन लिए गए। छत्तीसगढ़ की कहानी भी इससे अलग नहीं है। वहां भी दो नेताओं के नाम चल रहे थे, पर अचानक आदिवासी नेता विष्णुदेव साय का नाम सामने आ गया। चौंकाने वाले फार्मूले के बारे में एक बार खुद नरेंद्र मोदी ने 2019 में राज खोला था। उन्होंने कहा था कि जिस भी नेता का नाम मीडिया में ज्यादा सुर्ख़ियों में चल रहा हो, समझ लीजिए वह रेस से बाहर हो चुका है। नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के बाद सांसदों को संबोधित करते हुए यह बात कही थीं। इससे भाजपा बड़े पदों पर चयन की रणनीति के बारे में साफ़ इशारा मिलता है।

2019 में भाजपा ने जब दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीता था, तब प्रधानमंत्री संसद के सेंट्रल हॉल में 25 मई को एनडीए सांसदों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मंत्रिमंडल का जिक्र करते हुए कहा था कि अभी कौन-कौन जीत कर आया है, यह लिस्ट उन्हें देखना है। लेकिन, देश में बहुत से नरेंद्र मोदी पैदा हो गए, जिन्होंने मंत्रिमंडल बना दिया। उन्होंने आगे कहा कि अगर टोटल करें तो शायद 5-50 ही मंत्री रह जाएंगे, जो मंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा था कि जितने नाम मीडिया में चल रहे हैं, वह भ्रमित करने के लिए हैं। आप इस भ्रम में कभी मत आइए। भाजपा में ऐसा नहीं होता।

नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया था कि भाजपा में पद के लिए किस किसी पहचान या संबंधों की जरूरत नहीं होती। उन्होंने बताया था कि मुझे याद है, जब मैं गुजरात में सीएम था, छत्तीसगढ़ के एक कार्यकर्ता अहमदाबाद पहुंच गए। छत्तीसगढ़ में पार्टी प्रभारी रहने के दौरान उनसे परिचय था। जब वह पहुंचे तो मैंने पूछा कि कैसे आना हुआ? इस पर उन्होंने कहा कि कल आपका फोन आया था, इसलिए आया। इस पर मैंने उनसे कहा कि मैंने तो कोई फोन नहीं किया। मुझसे कहा गया कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनने वाली है, मुझसे बताया गया कि जो मोदी जी कहेंगे वैसी ही सरकार बनेगी। इस पर मोदी ने कहा कि मेरा छत्तीसगढ़ से कुछ लेना-देना नहीं, लेकिन उनको किसी ने इतना खर्चा करके दौड़ा दिया। मोदी ने कहा था कि बहुत से लोग होंगे जो इस तरह गुमराह करेंगे, इसलिए आप सबको बचकर रहना है।

उस वक्त नरेंद्र मोदी ने कहा था कि मैं लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं। पांच साल यहां भी रह चुका हूं। मैं आपसे बता रहा हूं, ऐसा कुछ नहीं होता। अगर कोई आपसे कहे कि आपका तो तय है, आपका काम तो फलाना करा देगा तो ऐसा कुछ नहीं है। भाजपा में इस तरह कुछ भी नहीं होता है। जो कुछ भी होता है, उसके लिए पहले से नॉर्म्स तय हैं और इन्हीं नॉर्म्स के आधार पर जो होना है वह होता है। यहां कोई अपना-पराया नहीं है, जो जीतकर आया है सब मेरे ही हैं। सबको मंत्री नहीं बनाया जा सकता, ये आप समझिए। अगर कोई आपके पास पहुंचकर कहे कि मैं आपका काम करा देता हूं, किसी के चक्कर में मत पड़ना। नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा था कि अखबार, टीवी में किसी का नाम आ जाए, तो उसे सही मत समझिए।