BJP’s Counter Press Conference : राहुल गांधी ने जानबूझकर पिछड़ों का अपमान किया!
New Delhi : राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री पर लगाए गए आरोप के बाद भाजपा के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद सिंह ने उन आरोपों का जवाब देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस राहुल गांधी की झूठी और बेबुनियाद बातों का जवाब देने के लिए बुलाई गई है। अपनी आदत के मुताबिक राहुल गांधी ने धमकाने की कोशिश की, गलत बयानी की और विषय पर कुछ नहीं बोला।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को सजा हुई है 2019 में उनके भाषण पर! आज राहुल गांधी ने उस पर कुछ नहीं बोला। राहुल गांधी का कमेंट था कि मैं सोच समझकर बोलता हूं तो राहुल गांधी ने 2019 में जो बोला था क्या वह सोच समझकर बोले थे? मैं उन्हीं की बात को कोड कर रहा हूं। उन्होंने कहा था कि ‘सारे मोदी चोर क्यों होते हैं!’ जबकि मोदी पिछड़े और पिछड़े समाज से आते हैं। राहुल गांधी ने पिछड़े समाज का अपमान किया था।
आलोचना करने का अधिकार है सबको है, पर गाली देने का अधिकार नहीं है। राहुल गांधी ने गाली दी, बेबुनियाद बातें की राहुल गांधी जी आपको गाली देने का अधिकार है, तो प्रभावित होने वालों को भी वकील के माध्यम से कोर्ट में अपनी बात करने का अधिकार है। कोर्ट ने पूछा कि क्या आप माफी मांगेंगे तो राहुल ने माफी नहीं मांगी। राहुल गांधी ने उस घटना पर कुछ नहीं बोला! उसका आज की घटना से क्या वास्ता है। 2019 में उन्होंने जो अपमान किया था, मोदी समाज इसलिए सामने आया।
दूसरी बहुत इंपॉर्टेंट बात यह है कि राहुल गांधी कहते हैं कि वे सोच समझकर बोलते हैं, तो भाजपा यह मानती है कि उन्होंने जानबूझकर पिछड़ों का अपमान किया! भाजपा उनकी भर्त्सना करती है और वह देशभर में राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा पिछड़ों के अपमान के लिए जबरदस्त आंदोलन करेगी। यह बात भी गंभीर है कि राहुल गांधी को सजा हुई सूरत कोर्ट से! उनके पास बड़े-बड़े वकीलों की फ़ौज हैं। उनके पास बड़े-बड़े वकील है। राहुल गांधी के वकीलों की तरफ से उन्हें कोर्ट से बचाने की कोशिश क्यों नहीं हुई!
राहुल गांधी शहीद होने की कोशिश कर रहे हैं। हमारा स्पष्ट आरोप है कि जानबूझकर यह नहीं किया गया। कोशिश यह है कि कर्नाटक के चुनाव में राहुल गांधी के मुद्दे को भुनाया जाए। उनके साथ बाकी लोगों ने भी कहा इसलिए आज का जो पूरा प्रकरण है प्रेस कॉन्फ्रेंस का, यह सोची समझी रणनीति है। राहुल गांधी को एक बलिदानी बताने और कर्नाटक में इसका फायदा लेने की गई है।
तीसरी बात है कि कांग्रेस के अंदर कोई चाल चली जा रही है। राहुल शायद कांग्रेस हटाओ देश बचाओ की कोशिश में है। डिस्क्वालिफाई के बाद आपके वकीलों ने आपको बचाने की कोशिश क्यों नहीं की। क्या आपके लिए अलग कानून बनेगा! जब भी लोग डिसक्वालीफाई हुए, तो बाय इलेक्शन हुआ तो क्या आपके लिए अलग-अलग कानून बनेगा!