Blanket Booty : कंबल बांटने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के चक्कर में गरीबों का अपमान!
Indore : खालसा स्टेडियम में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए 50 हज़ार कंबल बांटे गए। लेकिन, वास्तव में बांटे नहीं, बल्कि भीड़ में कंबलो को फेंका गया। इससे भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। इसमें कई बुजुर्ग और महिलाएं नीचे गिर पड़ी। इस आयोजन में कोई व्यवस्था। जब पुलिस और लोगों ने आयोजकों से शिकायत की, उसके बाद भी कंबल फेंके जाते रहे।
कई लोग तो इस लूटमार में 10-10 कंबल ले गए और कई को एक भी नहीं मिला। कई बुजुर्ग इस दौरान घायल भी हुए। बिना योजना और व्यवस्था के किए गए आयोजन का खामियाजा गरीब जनता को भुगतना पड़ा। कंबल बांटने का आयोजन लायंस क्लब इंटरनेशनल, बालाजी सेवार्थ विनोद अग्रवाल फाउंडेशन, जीवन चेरिटेबल ट्रस्ट एवं अग्रवाल समाज इंदौर द्वारा किया गया। दरअसल, कंबल बांटने के नाम पर जरूरतमंदों का मजाक उड़ाया गया। लोगों को शालीनता के साथ कंबल बांटे जाते हैं न कि फेंककर दिए जाते हैं।
खालसा स्टेडियम में जरूरतमंदों को कंबल बांटने का कार्यक्रम बगैर किसी पूर्व निर्धारित प्लॉन या योजना के किया गया। आयोजनकर्ताओं ने पहले से इसके लिए न तो कोई गाइड लाइन बनाई और न कोई कार्यक्रम बनाया। इतनी बड़ी मात्रा में कंबल बांटने के कार्यक्रम में भारी भीड़ होना लाजिमी था, इसके बाद भी आयोजन स्थल पर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की। कंबल बांटने वालों ने तो जरूरतमंदों को कंबल फेंक-फेंककर दिए। ये तो शालीनता और मर्यादा दोनों के ही खिलाफ है।
लूट के दौरान भगदड़ हुई
खालसा स्टेडियम में कंबल बांटे नहीं गए, बल्कि लोगों को लुटाए गए। लोगों को कंबल फेंक-फेंककर दिए गए। लोगों ने भी कंबल लूटने के लिए खूब उत्सुकता दिखाई। लोग एक-दूसरे के ऊपर कूदते नजर आए। इस दौरान कंबल लेने वालों की भगदड़ जैसी स्थिति भी बनी, पर कुछ हुआ नहीं! लेकिन इस तरफ आयोजनकर्ताओं ने कोई विचार नहीं किया। यदि भगदड़ मचती तो बड़ी हानि भी हो सकती थी।
भीड़ नियंत्रण योजना नहीं
आयोजनकर्ताओं ने भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई योजना ही नहीं बनाई। न ही इस और ध्यान दिया। कंबल लूटन के दौरान कई बार विवाद की स्थिति भी बनती देखी गई। हालांकि, किसी प्रकार का विवाद हुआ नहीं।