

Blind Murder Case Cracked : अंधे कत्ल का खुलासा 2 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे!
Ratlam : जिले के नामली थाना क्षेत्र के ग्राम सिमलावदाखुर्द निवासी नेपाल (35) पिता जगदीश डोडिया ने 12 मार्च 2025 को नामली थाना पर सूचना दी थी कि उसके भाई ईश्वर उर्फ छोटु की लाश ग्राम जडवासाकला पुलिया के नीचे पडी हुई है। उसके पास ही उसकी टुटी हुई मोटर सायकल भी पडी है। ईश्वर का गला कटा हुआ है किसी ने धारदार हथियार से उसका गला रेतकर उसकी हत्या कर दी हैं। फरियादी की सूचना पर चौकी प्रभारी बांगरोद शांतिलाल चौहान द्वारा अपराध दर्ज किया गया था।
एसपी अमित कुमार के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा, एसडीओपी अनुभाग रतलाम ग्रामीण किशोर कुमार पाटनवाला, एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल, थाना प्रभारी नामली पतिराम डावरे, थाना प्रभारी बिलपांक अय्युब खान, फिंगर प्रिंट अधिकारी दिनेश राठी, डॉग स्कॉड एवं सायबर सेल की टीम ने मौके पर पहुंचकर मौके का मुआयना किया था। पुलिस ने घटना स्थल से भौतिक साक्ष्यों को एकत्रित किया गया। घटना स्थल से खून में लथपथ चाकू जप्त किए गए जो प्रथम दृष्टिया ढाबे पर उपयोग किए जाने वाले चाकू जैसे थे। घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्यों एवं मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर संदेही विशाल उर्फ देवांश पिता रतनलाल रावत जाति भाट निवासी बजरंग नगर रतलाम की तलाश कर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में विशाल द्वारा अपने दोस्त वीरेंद्र सिंह उर्फ उर्फ भुरिया सोनगरा निवासी रिंगनिया के साथ मिलकर ईश्वर उर्फ छोटू को मेरे ढाबे के पास बने पुल के पास ले जाकर मारपीट कर चाकू से गला काटकर ईश्वर की हत्या कर दी थी। उन्होंने हत्या के बाद लाश को नाले की तरफ लुढ़का दी थी तथा ईश्वर की मोटरसाइकिल भी ढाबे से ले जाकर वहीं पटक दी थी उसके बाद आरोपी विरेन्द्र सिंह ने अपनी मोटरसाइकिल से विशाल को घर छोड़ दिया जहां से दोनों आरोपी अलग-अलग फरार होने की फिराक में थे इसी दौरान पुलिस ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी विशाल उर्फ देवांश ने बताया कि मृतक ईश्वर उर्फ छोटु डोडिया मेरे ढाबे पर आकर गाली-गलोच कर रहा था। ईश्वर उर्फ छोटु डोडिया का विरेन्द्र सिंह उर्फ भुरिया सोनगरा निवासी रिंगनिया जो मेरे ढाबे पर बैठा था उससे भी विवाद कर रहा था। इसी कारण आरोपी विशाल और विरेन्द्र सिंह द्वारा ईश्वर की मारपीट कर चाकू से हत्या कर दी थी।
अंधे कत्ल के खुलासे में अतुल मित्तल एफएसएल अधिकारी, थाना प्रभारी नामली पतिराम डावरे, बिलपांक थाना प्रभारी अय्युब खान, उप-निरीक्षक शांतिलाल चौहान, अमित शर्मा, सरदार सिंह परमार, रामचंद्र बारोड, राहुल जाट, ईश्वर सिंह राठौर, निलेश पाठक, माखन सिंह, धर्मेन्द्र यादव, मनोहर नागदा, बहादुर सिंह चौहान, धर्मेन्द्र मईडा, कुलदीप व्यास, दीपक मकवाना सालाखेड़ी, चालक संदीप जाट, संजय खींची, मुकेश गणावा, सैनिक वीरेंद्र सिंह, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, हिम्मत सिंह, विपुल भावसार की सराहनीय भूमिका रहीं।