Indore : पोलोग्राउंड क्षेत्र में हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्त में लिया है। टेलीपरफ़ॉर्मर (Tele Performer) कंपनी के कर्मचारी आकाश मिडकिया (Aakash Midkiya) की पत्नि ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या का षडयंत्र रचा था। प्रेमी मनीष शर्मा ने अपने बाउंसर और साथियों से आकाश मिडकिया की हत्या करवाई। पुलिस को बरगलाने के लिए हत्यारों ने रास्ता बदला और अपने बाल भी कटवा लिए थे।
घटना के मुताबिक, आकाश मिडकिया और वर्तिका श्रीवास्तव दोनों उज्जैन में रहते थे। प्राइमरी स्कूल से दोनों साथ पढ़ाई करते थे। आकाश व वर्तिका ने करीब डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह किया था। उज्जैन में आकाश पर कर्ज होने के कारण वो अपने परिवार के साथ इंदौर आ गया था। आकाश विजयनगर की टेलीपरफ़ॉर्मर कंपनी में वर्क फ्रॉम होम करता था। मृतक की पत्नि वर्तिका अमलतास अस्पताल देवास में एचआर मैनेजर के पद पर काम करती थी। इसी अस्पताल के मैनेजर (नर्सिंग हेड) मनीष शर्मा से वर्तिका के अंतरंग संबंध होने की बात सामने आई।
बताते हैं कि दोनों के बीच संबंधों की जानकारी वर्तिका के पति आकाश मिडकिया को मिलने पर उसने वर्तिका से झगड़ा किया और देवास जाकर मनीष शर्मा को धमकी भी दी थी। इसी के चलते मनीष शर्मा और वर्तिका दोनों परेशान थे। आकाश को रास्ते से हटाने के लिए मनीष शर्मा ने अस्पताल में हाउस किपिंग इंचार्ज जीतू वर्मा के साथ मिलकर आकाश की हत्या का षड्यंत्र रचा। हत्या की लिए मनीष के द्वारा अपने बाउंसर अर्जुन मंडलोई और उसके दोस्त अंकित उर्फ बिट्टू पंवार को तैयार कर हत्या की साजिश तैयार की।
घटना के दिन 13 अक्टूबर की सुबह 7 बजे आकाश जब वर्तिका को छोड़ने एक्टिवा से निकला और जब वर्तिका को बस में बैठाकर वापस घर आ रहा था। अर्जुन और अंकित के द्वारा घटना स्थल पोलोग्राउंड के विद्युत से मंडल के सामने आकाश मिडकिया को गाड़ी अडाकर रोका और आकाश की आँखों में लाल मिर्ची डालने के बाद चाकू मारने लगे। पुलिस को गुमराह करने के लिए चाकू मारने के दौरान आकाश से कहा कि भैया के पैसे लौटा देना। आकाश की हत्या करने के बाद आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के रास्ते से फरार हो गए थे। बाद में मोटरसाइकल एवं मोबाईल फोन जीतू वर्मा को सुपुर्द किया एवं मनीष शर्मा को फोन पर आकाश की हत्या की पुष्टि की। आरोपी अर्जुन मंडलोई ने अपनी पहचान छुपाने के लिए अपनी सिर व दाढ़ी के बाल कटवाकर मुंडन करवा लिया था।
इस अंधे क़त्ल के आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने 90 किलोमीटर रूट के कई सीसीटीवी (CCTV) कैमरे तलाशे और 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की। सीसीटीवी (CCTV) फुटेज में आए मोटर सायकलों के नम्बर के आधार पर की आधा दर्जन मोटर साईकिलों की तस्दीक की गई। पहचान छुपाने के लिए आरोपी ने अपना मुंडन करवा लिया था। घटना 13 अक्टूबर की सुबह करीब पौने 8 बजे की है। पोलोग्राउंड विद्युत मंडल के सामने रोड पर दो अज्ञात मोटर साईकिल सवार बदमाशों ने आकाश मिडकिया पिता यशवंत मिडकिया की आँखों में मिर्ची झोंककर चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। घटना के बारे में थाना बाणगंगा पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस टीमों ने मृतक आकाश के घर वाल्मिकी नगर एवं घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी (CCTV) फुटेज चैक किए। घटना स्थल पर रैकी करते हुए हीरो डीलक्स मोटर सायकल पर पीली व काले रंग की शर्ट पहने हुए दो संदेही दिखाई दिए। यही दोनों संदेही हत्या कर फरार हुए थे। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज, संदेही मनीष शर्मा से पूछताछ एवं संकलन में आए साक्ष्यों के आधार पर आकाश मिडकिया के अंधे कत्ल के षड्यंत्र का पर्दाफाश कर षडयंत्र में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया।