मीडियावाला.इन। पति के नाम इक खत ----------------------------- भूल जाऊँ दाल में नमक या बनाना चावल जैसे रखकर भूल जाती हूँ चाबी ख्वाबों की तरह भूल जाती हूँ किराने का हिसाब रखकर दिन रात के शेल्फ पर बेटे की उम्र...
जन्म : 12 जून 1968 नागपूर
शिक्षा : बी.ए.(1988), एम॰ए॰(2000), एम॰फिल (हिन्दी) मुंबई विश्वविद्यालय (2005),पी.एच.डी. शोधछात्रा (मुंबई)।
कविता संग्रह :
1.“तृष्णा” प्रथम कविता संग्रह 2012
2.“गीली मिट्टी के रूपाकार” दूसरा काव्यसंग्रह 2016 में प्रकाशित।
कहानी :
पहली कहानी लखनऊ से प्रकाशित “लमही” अक्टूबर-दिसंबर 2015 में प्रकाशित।
सम्मान :
1. ‘शब्द प्रवाह साहित्य सम्मान’ 2013 में तीसरा स्थान,‘तृष्णा’ को उज्जैन में।
2. ‘अभिव्यक्ति गौरव सम्मान’– 2016 नागदा में ‘अभिव्यक्ति विचार मंच’ नागदा की ओर से 2015-16 का।
3. 2016 का ‘हेमंत स्मृति सम्मान’ गुजरात विश्वविद्यालय अहमदाबाद 7 फरवरी 2017 में ‘गीली मिट्टी के रूपाकार’ को ‘हेमंत फाउंडेशन’ की ओर से।
विभिन्न पत्रिकाओं में कविताएं प्रकाशित :
‘युग गरीमा’ मार्च 2018 (लखनऊ), ‘आजकल’जनवरी 2018 (दिल्ली), ‘वागर्थ’ जुलाई 2016, ‘पाखी’ मार्च 2016 (दिल्ली), ‘दुनिया इन दिनों’ (दिल्ली) , ‘शुक्रवार’ (लखनऊ), ‘निकट’ (आबूधाबी), ‘लमही’ (लखनऊ), ‘सृजनलोक’ (बिहार), ‘उत्तर प्रदेश’ (लखनऊ), ‘कथा’ (दिल्ली), ‘अनभै’ (मुंबई), ‘शब्द प्रवाह’ (उज्जैन), ‘आगमन’ (हापुड़), ‘कथाबिंब’ (मुंबई), ‘दूसरी परंपरा’ (लखनऊ), ‘अनवरत’ (झारखंड), ‘विश्वगाथा’ (गुजरात), ‘समीचीन’ (मुंबई), ‘शब्द सरिता’ (अलीगढ़), ‘उत्कर्ष’ (लखनऊ) आदि पत्रिकाओं एवं ‘शब्दांकन’ ई मैगजीन, ‘रचनाकार’ व ‘साहित्य रागिनी’ वेब पत्रिका, ‘स्टोरी मिरर’ पोर्टल एवं ‘बिजूका’ ब्लॉग व वाट्सप समूह आदि में कविताएँ प्रकाशित।
आलेख लेखन :
1.“स्त्री विमर्श के आलोक में- प्रेमचंद के उपन्यासों में नारी” - मुंबई की त्रैमासिक पत्रिका ‘अनभै’ (अक्टूबर-दिसम्बर 2014)
2.“अंधेरे में” का काव्य शिल्प - अनभै (अप्रेल-सितंबर 2015)
3.‘हिन्दी नाटकों का सामाजिक सरोकार’ - हिन्दी विभाग, विज्ञान एवं मानविकी संकाय एस.आर.एम. विश्वविद्यालय, कट्टनकुलातुर, चेन्नई की किताब ‘हिन्दी नाटकों में लोक चेतना’ में प्रकाशित।
4.‘इक्कीसवीं सदी के उपन्यासों में आदिवासी विमर्श’ – अनभै (अक्तूबर-जून 2016)
5.ब्रिटेन के प्रवासी भारतीय लेखकों की कहानियों में मानवीय जीवन और समस्याएँ एवं अन्य।
स्तंभ लेखन : मुंबई के अखबार “दबंग दुनिया” में और अखबार “दैनिक दक्षिण मुंबई”में स्तंभ लेखन प्रकाशित।
साक्षात्कार : ‘हस्तीमल हस्ती जी’पर लियागया साक्षात्कार मुंबई की ‘अनभै’ पत्रिका में प्रकाशित।
रेडिओ : वेब रेडिओ ‘रेडिओ सिटी (Radio City)’ के कार्यक्रम ‘ओपेन माइक’ में कई बार काव्यपाठ एवं अमृतलाल नागरजी की व्यंग्य रचना का पाठ।
पता: 34/603, एच॰ पी॰ नगर पूर्व, वासीनाका, चेंबूर, मुंबई – 400074.
फोन न॰: 022 25543959,मो॰ न॰– 09619209272.
मीडियावाला.इन। पति के नाम इक खत ----------------------------- भूल जाऊँ दाल में नमक या बनाना चावल जैसे रखकर भूल जाती हूँ चाबी ख्वाबों की तरह भूल जाती हूँ किराने का हिसाब रखकर दिन रात के शेल्फ पर बेटे की उम्र...
1 गीला मन भीगी भीगी औरतें भरी-भरी आँखें पसीने से तर-बतर संस्कृति की जुगाली पर खींच रही जिंदगी खोलते हुए बंधन एक एक इंच गांठ गर्भाशय को मशीन शब्द...