मध्यप्रदेश में आज ब्राह्मण महाकुंभ है…

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मध्यप्रदेश में आज ब्राह्मण महाकुंभ है...

मध्यप्रदेश में आज ब्राह्मण महाकुंभ है…

ब्राह्मण सर्वेजनासुखिनो भवन्तु  यानि सभी जन सुखी तथा समॄद्ध हों एवं वसुधैव कुटुम्बकम  यानि सारी वसुधा एक परिवार है… में विश्वास रखते हैं। और आदिकाल से आधुनिक भारत के निर्माण तक सभी क्षेत्रों जैसे साहित्य, विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी, राजनीति, संस्कृति, पाण्डित्य, धर्म में ब्राह्मणों का अपरिमित योगदान है। आज ब्राह्मणों की चर्चा महज इसलिए कि मध्यप्रदेश में आज ब्राह्मणों का महाकुंभ है। राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में पूरे प्रदेश से आए ब्राह्मण 4 जून 2023 को अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करेंगे। द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती की उपस्थिति में ब्राह्मण वर्तमान परिस्थितियों में अपनी वाजिब मांगों को भी सामने रखेंगे। भाव वही कि ब्राह्मण सशक्त हो, ताकि वह समाज के सर्वोन्मुखी विकास में अपना पूरा योगदान देता रहे।

मध्यप्रदेश में आज ब्राह्मण महाकुंभ है...

मध्य प्रदेश में यह चुनावी साल है और सरकार भी हर समाज की मांगों को पूरा करने का काम प्राथमिकता से कर रही है। परशुराम जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जानापाव में परशुराम लोक बनाने की घोषणा की थी। और हाल ही में परशुराम लोक का भूमिपूजन कर शिवराज ने यह मंशा जता दी है कि तय‌ समय पर काम भी पूरा हो, यह उनका लक्ष्य है। भोपाल के जंबूरी मैदान में ब्राह्मण समाज के महाकुंभ में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शामिल होने और मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की उम्मीद की जा रही है। इस गैर राजनैतिक कार्यक्रम में सभी दलों के प्रमुख नेता भी मंच पर दिखेंगे। मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के ब्राह्मण चेहरे पंडित गोपाल भार्गव और डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा, पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा, कांग्रेस नेता कैलाश मिश्रा और केके मिश्रा सहित अन्य प्रमुख चेहरे ब्राह्मण महाकुंभ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे, यह उम्मीद की जा रही है। इसमें प्रदेश के सभी 52 जिलों से 5 लाख लोगों के जुटने का दावा किया गया है। ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष गौरीशंकर कक्कर ने कहा कि महाकुंभ में सभी राजनीतिक दलों के ब्राह्मण नेताओं को बुलाया गया है। 151 बटुक स्वस्तिवाचन करेंगे। हरदा से 14 वर्ष का बालक 20 मिनट तक शंखनाद करेगा। ब्राह्मण समाज एक मंच पर  हुंकार भरेगा। यह महाकुंभ सभी राजनीतिक दलों को यह बताने का प्रयास है कि ब्राह्मण हमेशा सबके साथ खड़ा रहता है और यही उम्मीद है कि सभी लोग ब्राह्मण का साथ देंगे।

ब्राह्मण समाज की 11 सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से समाज का आयोग गठन की मांग है। इसका अध्यक्ष गैर राजनीतिक व्यक्ति को बनाने की शर्त रखी गई है।इसके अलावा पुजारियों का मानदेय बढ़ाने, जमीन का आवंटन और शहीद चंद्रशेखर आजाद और मंगल पांडे के परिजनों के सम्मान के लिए आर्थिक रूप से मदद करने जैसी मांगें महाकुंभ के जरिए सरकार के सामने रखी जाएंगीं।

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले  ब्राह्मण समाज का बड़ा आयोजन यह संदेश दे रहा है कि अब ब्राह्मण और सरकार के बीच समन्वय और संचार की प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। महाकुंभ को लेकर समाज के लोगों की तरफ से रणनीति बनाई गई है। समाज का कहना कि यह आयोजन न तो बीजेपी के विरोध में हैं और न ही कांग्रेस के समर्थन में है। आयोजन केवल समाज की एकजुटता का परिचय देने के लिए किया गया है।

सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संवेदनशीलता सभी समाजों के प्रति रही है। चुनावी साल में ब्राह्मण समाज के इस महाकुंभ में भी अमृत वर्षा होगा, यह तय माना जा रहा है।