Breast Cancer : स्तन कैंसर जागृति कार्यशाला संपन्न- स्वस्थ महिला सशक्त राष्ट्र

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Breast Cancer : स्तन कैंसर जागृति कार्यशाला संपन्न- स्वस्थ महिला सशक्त राष्ट्र

संभाजीनगर , 22 अगस्त 2025 : शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली महिला कार्य, देवगिरी प्रांत एवं विवेकानंद ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूट्स के संयुक्त तत्वावधान में महिला स्वास्थ्य एवं स्तन कर्करोग जागृति कार्यशाला संपन्न हुई. इस कार्यशाला में प्रमुख मार्गदर्शन डॉ. अरुणा शाह – कराड, प्रमुख शल्य चिकित्सक महात्मा गांधी मिशन अस्पताल, ट्युलिप ब्रेस्ट सेंटर, छत्रपति संभाजीनगर का रहा. डॉ अरुणा ने लंदन ,कोरिया और टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट मे लगभग 35 वर्ष अपनी सेवाएं प्रदान की . दिप प्रज्ज्वलन एवं सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया”  प्राचीन भारतीय शांति मंत्र के द्वारा सामूहिक प्रार्थना कर सावित्रीबाईफुले तथा राजमाता अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा को पुष्प अर्पित कर कार्यशाला का उद्धघाटन किया गया.

प्रमुख अथिति का स्वागत विवेकानंद ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूट्स के संचालक डॉ. अशोक गायकवाड ने किया. शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, के विषय, आयाम, कार्य विभाग एवं अभियान की संपूर्ण जानकारी कार्यक्रम की संयोजिका पच्छिम क्षेत्र महिला कार्य प्रमुख प्रो. विशाला शर्मा ने प्रदान की एवं स्वस्थ महिला सशक्त रष्ट्र पर केंद्रित कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी. इस कार्यशाला में महिला स्वास्थ्य की संपूर्ण जानकारी एवं स्तन कर्करोग विषय से संबंधित संपूर्ण पीपीटी प्रेजेंटेशन विषय विशेषज्ञ डॉक्टर अरुण शाह के द्वारा किया गया. स्तनकर्करोग से सावधानी एवं जागरूकता हेतु पत्रको का छात्राओं एवं शिक्षकों के मध्य वितरण किया.

Breast Cancer

 

आज के समय की व्यस्त दिनचर्या में स्त्रियों ने खुद के लिए समय निकालना और स्वयं के प्रति जागरूक रहना इस विषय को भी विशद किया. वजन को नियंत्रित रखना, सुपाच्य और पौष्टिक आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, दो घंटे सूर्य प्रकाश को ग्रहण करना, विवाह की आयु 25 वर्ष तथा 30 वर्ष के पूर्व मातृत्व दो वर्ष की अवधि तक शिशु को स्वयं स्तनपान कराना,40 के बाद प्रत्येक वर्ष मेमोग्राफी, हार्मोन्स  की दवाईयों का सेवन न करना, विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है .जिससे स्वयं को निरोगी रखा है.

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स्तन कैंसर  का परिक्षण स्वयं कैसे करें-

इसका प्रशिक्षण भी डॉ. अरुणा द्वारा प्रदान किया गया. उन्होंने बताया की महिलाओं में कर्क रोग हृदयघात के पच्छात होने वाली सबसे बड़ी बीमारी है. आज 35 प्रतिशत महिलाएं स्तन कैंसर, 20 प्रतिशत महिलाएं गर्भाशय कैंसर से झुज रही है. 20 वर्ष की आयु के पश्चात हर माह स्वयं का परिक्षण स्वयं करें और कहीं पर गठान या सूजन या स्तन से किसी प्रकार सा स्त्राव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. स्तन कैंसर के प्रति जनजागृति और सही समय पर डॉक्टर की सलाह जीवन को बचा सकती है.
इस कार्यशाला में प्रश्न उत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया. छात्राओं ने खुलकर डॉक्टर के समक्ष अपने प्रश्न उपस्थित किये. जिसके समाधानकारक उत्तर डॉ. अरुणा शाह – कराड ने दिये .
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन डॉ. मनीषा फिरके ने किया. महाविद्यालय की महिला प्राध्यापिका और 138 छात्रों ने इस कार्यशाला का लाभ लिया.

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