Bribe Suitcase : जनसुनवाई में नोटों के बंडल और पत्नी के गहने सूटकेस में भरकर पहुंचा रिटायर्ड फौजी!

रिटायर फौजी की पीड़ा की कहानी चौंकाने वाली, कलेक्टर ने कहा कि मामले की जांच होगी!

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Bribe Suitcase : जनसुनवाई में नोटों के बंडल और पत्नी के गहने सूटकेस में भरकर पहुंचा रिटायर्ड फौजी!

Rewa : मंगलवार को रीवा के कलेक्टर कार्यालय में उस समय हंगामा हो गया, जब एक रिटायर्ड फौजी सूटकेस में पत्नी के गहने और लाखों रुपए कैश लेकर पहुंचा गया। यह रिटायर्ड फौजी अपनी फरियाद लेकर अनोखे अंदाज मे प्रदर्शन करते हुए कलक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। उसके हाथों मे नारियल और फूल थे, जबकि गले में रिश्वत के बजट वाला सूटकेस लटका था। उसका कहना था कि वो ये रुपए और गहने अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए लाया है। उसने आरोप लगाया है कि उसकी पुश्तैनी जमीन को अधिकारियों ने सरकारी घोषित कर दिया, जबकि जमीन के सारे कागजात उसके पास मौजूद हैं।

पीड़ित फौजी का आरोप था कि उसकी पुश्तैनी जमीन पर गांव के दबंगो ने किसानी नहीं करने दी और बाद में अधिकारियों ने उसकी इस जमीन को शासकीय बना दिया। फरियाद करने गया तो शासकीय अधिकारी बिना रिश्वत के सुनवाई नहीं करते। इस कारण उसे रिश्वत का सूटकेस लेकर उसे कलेक्टर कार्यालय आना पड़ा।

योगेश कुमार तिवारी जिले की त्योंथर तहसील क्षेत्र के मलपार गांव के निवासी हैं। उन्होंने भारतीय सेना में रहकर 21 साल 4 महीने देश की सेवा की। बीते 1 साल पहले ही वे रिटायर हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले की वे कई बार शिकायत कर चुके है। लेकिन त्योंथर तहसील में बैठे अधिकारी और कर्मचारी उससे हमेशा रिश्वत की मांग करते हैं। लगातार रिश्वत की मांग से तंग आकर वह अपने पत्नी के गहने और कैश लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा है। वह अधिकारियों से मांग कर रहा है कि उससे रिश्वत ले लें, लेकिन उसकी जमीन वापस दिला दें।

वे पिछले साल ही रिटायर्ड हुए है, पर 10 साल से वे अपनी ही पुश्तैनी जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। पहले तो गांव के दबंगो ने उन्हें अपनी ज़मीन पर खेती नहीं करने दी और अब उनकी पुश्तैनी जमीन को शासकीय बना दिया गया। इसकी शिकायत तहसील स्तर से लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय तक कई बार की गई मगर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

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सेना से रिटायर फौजी का आरोप है कि गांव के ही दबंग विद्याधर शुक्ला अपराधिक प्रवृत्ति के हैं। उन्होंने ही निजी फायदे के लिए अधिकरियों से सांठगांठ की, जिसके बाद उनकी पुश्तैनी जमीन को शासकीय बना दी गई। कई बार अधिकारियों से शिकायत की, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित की कलेक्टर से मांग है कि त्योंथर तहसील के अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारियों की टीम गठित कर मामले की जांच कराई जाए और जमीन की नपती करवाकर मामले का निपटारा कराया जाए।

युवक के इस कदम से कलेक्ट्रेट में हड़कंप मच गया। रीवा के कलेक्ट्रेट भवन में उसे देखकर हड़कंप मच गया। उसका कहना था कि वह कलेक्टर से मिलने से आया है। उस समय कार्यालय में कलेक्टर के मौजूद न होने की वजह से वह उनसे नहीं मिल सका। दूसरी ओर कलेक्टर प्रतिभा पाल ने इस मामले को लेकर कहा कि उनकी जो भी शिकायत है, उसकी सुनवाई करने के बाद ही कोई एक्शन लिया जाएगा। अगर उनको कोई आपत्ति है, तो वे आगे कार्रवाई के लिए आवेदन दे सकते हैं।