Bridge Approved on Narmada : बरसों से नाव से नदी पार होती रही, अब पुल की मंजूरी!
मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट
Manawar (Dhar) : अभी तक सेमल्दा से अंजड़ जाने के लिए 40 से ज्यादा गांवों के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नर्मदा नदी पार करते थे। वे अपनी बाइक को नाव में चढा़कर नदी के दूसरे किनारे पहुंचते हैं क्योंकि, मनावर क्षेत्र के अधिकांश लोगों को बड़वानी होते हुए अंजड़ जाने के लिए लगभग 55 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ती हैं। सेमल्दा से नर्मदा नदी को नाव से दूसरे किनारे पहुंचने के बाद यह दूरी 22 किलोमीटर हो जाती है।
इस क्षेत्र और अंजड़ क्षेत्र के लोग पिछले कई सालों से यहां लगातार पुल की मांग को लेकर ज्ञापन, धरना, आंदोलन आदि करते रहे हैं। वे सरकार में बैठे अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। लेकिन, जब से डॉ हीरालाल अलावा मनावर के विधायक बने, वे तभी से वे लगातार इस पुल के लिए आवाज उठाते रहे हैं। अधिकारियों के सामने अपनी बात रखने के अलावा विधानसभा में भी इसके लिए प्रश्न उठाया।
इसी का नतीजा है कि विधायक डॉ अलावा की मेहनत से अंजड़ को जोड़ने वाले इस पुल के लिए शासन ने 68 करोड़ 3 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति देकर निविदा भी जारी कर दी। विधायक डॉ अलावा ने बताया कि लगातार प्रयास करके और सरकार पर दबाव बनाकर नर्मदा नदी पर धार और बड़वानी जिले को जोड़ने वाले इस पुल को स्वीकृत कराया। इस पुल के बनने से अब लोगों को अपनी बाइक नाव में रखकर दूसरे किनारे पर नहीं जाना पडे़गा। यह एक बहुत जान जोखिम में डालने वाला तरीका था। डॉ अलावा ने बताया कि पुल बनने से लगभग पचास गांवों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा।