झाबुआ से कमलेश नाहर की विशेष खबर
झाबुआ: जिले के रायपुरिया गांव में पहली बार बाने में दुल्हन घोड़ी पर बैठी।
दरअसल भाई बहन की शादी एक साथ थी। भाई का बाना घोड़ी पर बैठकर निकाला जाना था तब भाई की जिद पर बहन के लिए भी घोड़ी बुलाई गई।
दोनों भाई बहनों का एक साथ बनोला निकाला।
भाई कुलदीप पाटीदार ने बताया कि मैं घोड़ी पर बैठ सकता हूं तो बहन क्यों नहीं बैठ सकती है । पिताजी ने बहन मुस्कान के लिए बग्घी बुकिंग की थी। बहन की इच्छा घोड़ी पर बैठने की थी।परिजनों ने पहले विरोध किया ।लोक व्यवहार का डर भी बताया लेकिन भाई अड़ गया।बोला कि बहन घोड़ी पर बैठेगी तभी वह भी घोड़ी पर सवार होगा।उसकी जिद के आगे परिजन झुके ।मुस्कान के लिए भी घोड़ी पर बैठने की स्वीकृति मिलने के बाद ही कुलदीप बाने के लिए रेडी हुआ।
घोड़ी पर बैठकर बहन मुस्कान काफी खुश दिखाई दे रही थी। भाई ने बहन की इच्छा पूरी की। इस तरह का बनोला समाज मे शिक्षा में बढ़ते स्तर और बदलाव के साथ लड़का लड़की में समानता दिखलाता हैं।