BRTS Will be Removed from Indore : हाईकोर्ट का फैसला, इंदौर से BRTS हटाया जाएगा, समिति की रिपोर्ट के बाद यह निर्णय!

300 करोड़ के BRTS पर अभी 49 सिटी बस चल रही, इनमें 55 से 65 हजार यात्री सफर करते!

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BRTS Will be Removed from Indore : हाईकोर्ट का फैसला, इंदौर से BRTS हटाया जाएगा, समिति की रिपोर्ट के बाद यह निर्णय!

Jabalpur : हाईकोर्ट ने इंदौर का बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) हटाने का रास्ता साफ़ हो गया। अदालत ने इसे लेकर फैसला सुनाया। तीन महीने पहले मुख्यमंत्री ने कहा था कि इससे लोगों को परेशानी हो रही है, इसे हटाया जाएगा। हम कोर्ट के सामने भी अपना पक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा था कि भोपाल में भी बीआरटीएस हटाने से यातायात में सुविधा मिली है। इंदौर में भी बीआरटीएस को लेकर शिकायत मिली, जो भी तरीका लगाना पड़ेगा, इसे हटाएंगे। इसके बाद आज हाईकोर्ट ने सरकार के इस फैसले पर मुहर लगा दी।

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निरंजनपुर से राजीव गांधी प्रतिमा तक करीब साढ़े 11 किमी लंबा बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) बना है। इसे लेकर दो जनहित याचिकाएं हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में लगी थी, जिसे हाईकोर्ट की मुख्य पीठ (जबलपुर) ट्रांसफर किया गया था। इसके बाद आज जबलपुर हाईकोर्ट ने इंदौर के बीआरटीएस को हटाने को लेकर अपना फैसला सुनाया।

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समिति ने उपयोगिता की जांच की

हाईकोर्ट ने वर्तमान परिस्थितियों में बीआरटीएस प्रोजेक्ट की उपयोगिता और व्यवहारिकता की जांच के लिए 5 सदस्यों की कमेटी बनाने के निर्देश दिए थे। जिसमें वरिष्ठ अभिभाषक अमित अग्रवाल के साथ ही आईआईएम और आईआईटी के डायरेक्टर की तरफ से नामित विशेषज्ञ शामिल थे। कोर्ट इसके पहले भी वर्ष 2013 में बीआरटीएस की उपयोगिता और व्यवहारिकता की जांच के लिए कमेटी गठित कर चुकी हैं।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने किया हाई कोर्ट के बीआरटीएस हटाने के फैसले का स्वागत, मुख्यमंत्री की घोषणा होगी पूरी। जल्द हटाने की कार्यवाही करेंगे। औसतन 55 से 65 हजार यात्री इसमें रोजाना सफर करते हैं। इन बसों में सफर करने वाले यात्रियों में बड़ा वर्ग स्टूडेंट्स का है।

49 बसों के लिए आधा रास्ता घेरा

इंदौर के बीआरटीएस पर अभी 49 सिटी बस चल रही हैं। इनमें 29 बस सीएनजी हैं, बाकी डीजल है। डीजल की इन 20 बस को इलेक्ट्रिक से बदल दिया जाएगा। इसके अलावा 10 नई बस भी चलाई जाएगी। इससे ओवर लोडिंग की समस्या कम होगी। एआईसीटीएसएल के अधिकारियों का कहना है कि डीजल बस को रिप्लेस करने का मुख्य उद्देश्य इंदौर बीआरटीएस को ग्रीन कॉरिडोर बनाना है। नई बस आने के बाद यहां चलने वाली बस की कुल संख्या 49 से बढ़कर 59 हो जाएगी। अभी बस का राजीव गांधी डिपो के अंदर ही चार्जिंग, कैपेसिटी और कम्फर्ट सहित अन्य पॉइंट पर ट्रायल किया जा रहा है।

300 करोड़ रुपए की लागत से इंदौर में 11.5 किलोमीटर लंबा बीआरटीएस दस साल पहले शुरू हुआ था। बस लेन में 12 स्टेशन भी बनाए गए हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए जवाहर लाल शहरी नवीनीकरण मिशन के तहत इंदौर को राशि मिली थी।