Brutal Massacre : श्रद्धा की नृशंस हत्या के बाद भी आफ़ताब सामान्य कैसे रहा!

दिल्ली से मुंबई जाकर घरवालों के साथ मकान भी शिफ्ट करवाया

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Brutal Massacre : श्रद्धा की नृशंस हत्या के बाद भी आफ़ताब सामान्य कैसे रहा!

Mumbai : प्रेमिका श्रद्धा को काट-काटकर मारने वाले आफताब पूनावाला को लेकर अब एक और खुलासा हुआ। एक तरफ उसने 18 मई को ही श्रद्धा की हत्या कर शव को फ्रिज में रख दिया था और रोज उसके टुकड़े जंगल में फेंकता था। दूसरी तरफ वह सामान्य जिंदगी जीने का ढोंग कर रहा था। दिल्ली में श्रद्धा का कत्ल करने के बाद वह मुंबई पहुंचा था।

करीब 15 दिन पहले ही उसने परिवार वालों के साथ मिलकर सामान नए घर में शिफ्ट किया। अब उसका परिवार इस नए घर में ही रहता है। इससे पहले वह मुंबई के पास ही कहीं रहते थे। पड़ोसियों ने आफताब को घर खाली किए जाने के दौरान देखने की बात कही है।

श्रद्धा ने शादी की इच्छा जाहिर की थी, जिस पर आफताब उससे नाराज हो गया था और उसका कत्ल कर 35 टुकड़े कर डाले। 18 दिनों तक वह शव को काट-काटकर उसके टुकड़े जंगल में फेंकता रहा।

दिल्ली पुलिस ने आफताब को शनिवार को अरेस्ट किया। पुलिस का दावा है कि आफताब ने अपना पूरा अपराध स्वीकार कर लिया है। आफताब के परिवार के पड़ोस में रहने वाले लोगों ने कहा कि वह जब घर आया था तो सामान्य ही लग रहा था। उसके बर्ताव में कुछ भी असामान्य नहीं था। इन लोगों ने कहा कि हम श्रद्धा को भी जानते थे, क्योंकि वह आफताब के घर कई बार आ चुकी थी।

मुंबई शिफ्ट होने की वजह ये बताई 

पड़ोसियों ने कहा कि आफताब का परिवार यहां सोसायटी में 20 सालों से रह रहा था। वह यहीं बड़ा हुआ था। सोसायटी के चेयरमैन रामदास केवट ने कहा कि इस घटना से हमें गहरा सदमा लगा। आफताब के पिता मुंबई में काम करते हैं।

पड़ोसियों ने कहा कि हमने परिवार से पूछा था कि वे घर क्यों खाली कर रहे हैं। इस पर उनका कहना था कि हम अब मुंबई में रहेंगे। आफताब के छोटे भाई को हाल ही में मुंबई में नौकरी मिली है। सोसायटी के सचिव अब्दुल्ला खान ने कहा कि आफताब के पिता ने कहा कि छोटे बेटे को मुंबई में नौकरी मिल गई है। आफताब भी वहीं काम करता है। इसलिए अब हम वहीं पर रहना चाहते हैं।

आफताब और श्रद्धा का संपर्क

श्रद्धा से आफताब की दोस्ती बंबल एप पर हुई थी। इसके बाद दोनों ने एक कॉल सेंटर में साथ काम करना शुरू किया था। श्रद्धा के परिवार ने इस रिलेशन पर सवाल उठाया था, जिसके बाद दोनों दिल्ली चले गए। यहां वे महरौली में रहते थे और 18 मई को यहीं पर आफताब ने श्रद्धा की जघन्य हत्या कर दी। आफताब ने पुलिस से पूछताछ में माना है कि श्रद्धा शादी का दबाव बना रही थी, इसलिए उसका कत्ल कर दिया।