जिले में कम से कम 5 आदर्श मतदान केन्‍द्र बनायें : राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह

जानिये आदर्श मतदान केन्‍द्र की विशेषताएँ

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जिले में कम से कम 5 आदर्श मतदान केन्‍द्र बनायें : राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह

भोपाल: राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त श्री बसंत प्रताप सिंह ने कलेक्‍टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा है कि जिले में कम से कम पॉंच मतदान केन्‍द्रों को आदर्श मतदान केन्‍द्र के रूप में तैयार किया जाए। इन मतदान केन्‍द्रों में मतदान दिवस पर जरूरी व्‍यवस्‍थाएँ कर आदर्श मतदान केन्‍द्र बनाया जा सकता है।

आदर्श मतदान केन्‍द्र की विशेषताएँ

मतदान केन्‍द्र भवन के भू-तल पर बनायें। प्रवेश द्वार को तोरण द्वार, रंगोली, गुब्‍बारों एवं फूलों आदि से सजायें। मतदाताओं के लिए छायादार प्रतीक्षा कक्ष, बैठने के लिए कुर्सियाँ/स्‍वच्‍छ दरी आदि की व्‍यवस्‍था करें। पेयजल, शौचालय की व्‍यवस्‍था और सुगम पहुँच मार्ग बनायें। महिला एवं पुरूषों के लिए पृथक-पृथक लाइन बनाने के साथ ही वरिष्‍ठ, वृद्ध, बीमार एवं दिव्‍यांग मतदाताओं को मतदान में प्रथामिकता दिलाये। प्रवेश एवं निर्गम द्वार पृथक-पृथक बनायें। रैम्‍प और व्‍हील चेयर और फर्स्‍ट एड बॉक्‍स की व्‍यवस्‍था करें। मतदान केन्‍द्र के पास सुविधा केन्‍द्र की स्‍थापना और आदर्श मतदान केन्‍द्र के प्रत्‍येक मतदाता को 100 प्रतिशत मतदाता पर्ची का वितरण करें।