Bulldozer Politics : कांग्रेस की सरकार आई तो बुलडोजर प्रभावितों को मुआवजा देंगे

कमलनाथ ने इंदौर में बीजेपी पर हमले किए

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Indore : प्रदेश के पूर्व CM कमलनाथ ने शुक्रवार को इंदौर में बीजेपी और ईवीएम पर सवाल उठाए। वहीं बुलडोजर राजनीति के मामले पर उन्होंने साफ किया कि हमारी सरकार आई तो जांच होगी और हम सबको मुआवजा देंगे। वही कांग्रेस में बिखराव को लेकर उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य चुनाव नहीं है, हम सब मिलकर जीतेंगे।

कमलनाथ ने कहा कि हमारा कमिटेड वोट बैंक आम जनता है। विभिन्नता वाले मध्यप्रदेश को लेकर कमलनाथ ने कहा कि हम जाति और धर्म को लेकर कमिटमेंट करे तो ये राजनीति में ठीक नहीं है।

वही प्रशांत किशोर को लेकर उन्होंने कहा कि उनमें अच्छी राजनीतिक समझ है और वे कांग्रेस से जुड़ रहे है, तो उसमें गलत क्या है। पेट्रोल-डीजल सहित महंगाई को लेकर उन्होंने बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए।

उन्होंने कई क्षेत्रों में विफलता को लेकर बीजेपी सरकार पर को कटघरे में खड़ा किया।

उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पब्लिसिटी के लिए धार्मिक बन जाना इस पर मैं विश्वास नही करता। वर्तमान में बेरोजगारी बड़ी चुनौती है। सवाल यह है कि सस्ती शराब है लेकिन सस्ता पेट्रोल और डीजल क्यों नहीं!
उन्होंने कहा कि मैं चुनाव लडूंगा या नहीं ये पार्टी तय करेगी मैं नहीं और अपने आपको घोषित भी नहीं कर सकता।

आगामी विधानसभा चुनाव के लेकर कमलनाथ ने लोगों से सीधी बात कही कि मध्य प्रदेश की तस्वीर देख लीजिए और सच्चाई का साथ दीजिए। कांग्रेस के जमीन पर न होने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि सब साथ हैं और मैं खुद जिलों के लोगों से बात कर दौरा करता हूँ।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में साढ़े 11 महीनों की कांग्रेस सरकार ने नीति और नियत का परिचय दिया है जिसका गवाह मध्यप्रदेश है और कोई नहीं कहता कि मैंने कोई गुनाह किया। वहीं बीजेपी पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए बीजेपी का हर नेता चुनौती है, कोई व्यक्ति विशेष नहीं है।

कांग्रेसियों को सीख देते हुए उन्होंने कहा कि सब एक होकर रणनीति बनाए में अकेला कोई रणनीति नहीं बना सकता। मैं 100 लोगो से व्यक्तिगत तौर पर रोज मिलता हूँ।

 

उनका कहना था कि राजनीति स्थानीय हो गई है। भोपाल के संगठन रणनीति से कोई चुनाव नहीं जीतेगा। सबके अलग विचार है और मैं सबके साथ बैठता हूं। छिंदवाड़ा में हम लोकल लेवल के संगठन के चलते लोकसभा और विधानसभा चुनाव जीतते हैं, केवल भोपाल के संगठन से नहीं! यही वजह है कि हमने दो उपचुनाव प्रदेश में जीते हैं। बाकी स्थानों पर क्या हुआ वो सब जानते है।

हम सबको मनाने की कोशिश कर रहे फिर वो लोकल लेवल की ही बात क्यों न हो। ईवीएम पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि ईवीएम में सुधार की आवश्यकता है।

ईवीएम लाने वाले हम थे, लेकिन जिन देशों ने ईवीएम बनाया है उन देशों के लोग ही अब उसे नकार रहे हैं। ऐसे में ईवीएम पर सवाल उठाना जरूरी है।

यूपी चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त होने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि यूपी में हमारा संगठन कमजोर है। हालांकि, उन्होंने यूपी सहित अन्य राज्यों में हार को लेकर ईवीएम पर ही सवाल उठाए।

हमारे कार्यकाल में कोई गलत बुलडोजर नहीं चला है। जहां कानून और नियमों का पालन नहीं हुआ वहाँ जरूर कार्रवाई की गई।

कमलनाथ ने कहा कि हमारा मुकाबला बीजेपी से नहीं, बल्कि उसके संगठन से है क्योंकि, राजनीति बहुत स्थानीय हो गई है।

अपने 42 वर्ष के राजनीतिक अनुभव का जिक्र करते कमलनाथ ने कहा कि लोगों को भी एक थकावट हो जाती है और उस थकावट का भी मुकाबला करना पड़ता है।

स्थानीय स्तर पर संगठन मजबूत करने की आवश्यकता है। कांग्रेस को सभी साथियों की आवश्यकता है और हम पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में जाएंगे। वही विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाए।