‘Bullybai App’ Case : सीहोर के VIT कैंपस का भी एक छात्र पकड़ाया
Bhopal : देशभर में चर्चित ‘बुलीबाई ऐप’ मामला अब MP से भी जुड़ गया। इसमें जिस युवक को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा, वह भोपाल की प्रायवेट यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट नीरज बिश्नोई है। वह वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) के सीहोर कैंपस में B Tech (Compyuter Science) के सेकेंड ईयर का छात्र है।
बुली बाई ऐप मामले के मुख्य आरोपी नीरज विश्नोई को दिल्ली पुलिस ने असम से गिरफ्तार किया। वो पिछले कई महीनों से महिलाओं की तस्वीरें बुलीबाई ऐप पर अपलोड कर आपत्तिजनक टिप्पणी करने व घृणा फैलाने में चर्चा में था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे असम से गिरफ्तार कर लिया। बिश्नोई की गिरफ्तारी को स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक आपरेशंस यूनिट (IFSO) की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। असम से विमान से उसे गुरुवार दोपहर दिल्ली लाया गया।
यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट का कहना है कि उसने दो साल पहले एडमिशन लिया था। लेकिन, काेराेनाकाल के दौरान कॉलेज नहीं आया। ये मामला सामने आने के बाद उसे कॉलेज से Suspend कर दिया गया।
यूनिवर्सिटी में प्रबंधन का कहना है कि नीरज बिश्नोई ने 2020 में कॉलेज में एडमिशन लिया था, लेकिन वह एक बार भी क्लास में नहीं आया है। वह ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहा था। प्रकरण से हमारा लेना-देना नहीं है। छात्र को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस अभी तक इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। ‘बुलीबाई’ प्रकरण में उसका नाम आने के बाद से सीहोर पुलिस भी सक्रिय हो गई। इसमें से एक उत्तराखंड की रहने वाली श्वेता सिंह है। उसके दोस्त मयंक रावत और विशाल कुमार झा को भी गिरफ्तार किया गया। चौथा आरोपी और मास्टर माइंड नीरज बिश्नोई राजस्थान के नागौर का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी नीरज ने ऐप मेकर GitHub से ‘बुलीबाई ऐप’ बनाया था और वह, मुख्य सरगना है। उसी ने ट्विटर पर भी ‘बुलीबाई’ को अपलोड किया था।
‘बुली बाई ऐप’ मामला
‘बुलीबाई ऐप’ के जरिए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी कथित तौर पर बोली लगाने का आरोप है। पुलिस ने आरोप लगाया है कि श्वेता सिंह एक अन्य आरोपी के साथ विवादास्पद ऐप को कंट्रोल करती थी। उसने ही ऐप का ट्विटर हैंडल भी बनाया था।