Burst of Firecrackers : फिरोजाबाद में पटाखों के गोदाम में आग लगी, 3 साल की बच्ची समेत 4 लोगों की मौत!
पटाखे और विस्फोटक सामग्री रखने के लिए मकान किराए से लिया था, वहीं हादसा हुआ!
Firojabad : यहां सोमवार रात नौशेरा गांव के एक पटाखा गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ, जिससे पूरा गांव दहल गया। गोदाम से धमाके की आवाज बहुत देर तक रुक-रुककर आती रही। धमाके के बाद घटनास्थल पर लोगों की चीख-पुकार मची थी। हिम्मत कर गांव के लोगों ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला। जिले के शिकोहाबाद इलाके के गांव नौशेरा रात करीब 10 बजे भीषण विस्फोट से गूंज उठा। इलाके के 10 से ज्यादा मकान चपेट में आ गए। एकाएक कई मकानों के लेंटर टूट गए और दीवारें ध्वस्त हो गईं। कुछ ही पलों में मकान खंडहर में तब्दील हो गए।
घटनास्थल पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमें पहुंच गईं। फायर ब्रिगेड अधिकारी के मुताबिक, ध्वस्त हुए मकानों के मलबे में दबे 12 लोगों को रेस्क्यू किया गया। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई। घायलों का इलाज चल रहा है। घटना के अनुसार, सोमवार रात नौशेरा गांव नींद के आगोश में समा रहा था। कुछ लोग सो चुके थे तो कुछ सोने की तैयारी कर रहे थे। अचानक गांव में हुए एक तेज धमाके ने सभी की नींद उड़ा दी। धमाके इतने तेज और वीभत्स थे कि इसकी आवाज पूरे गांव में गूंज उठी। लोग बिस्तर छोड़ घरों से बाहर निकल आए। जिस जगह हादसा हुआ वहां का मजंर भयावह था। आसपास के मकान ताश के पत्ते की तरह बिखर गए।
हादसे के बाद खंडहर में तब्दील हुए मकान
शिकोहाबाद के भूरे खां का पटाखा गोदाम है। दीपावली के लिए गोदाम में विस्फोटक सामग्री से पटाखे तैयार किए जा रहे थे। गोदाम में बड़ी संख्या में बने हुए पटाखे और विस्फोटक सामग्री रखी थी। सोमवार रात करीब 10 बजे गोदाम में तेज धमाके के साथ विस्फोट हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका इतना तेज था कि गोदाम समेत आसपास के तीन मकान ध्वस्त हो गए। एक-एक कर मकानों की दीवारें गिर गईं। लेंटर दो हिस्सों में बंट गए। मकान ध्वस्त होने से एक परिवार उसके मलबे में दब गया। हादसे में कई मकानों की दीवारें चटक गईं। पूरा गांव घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा। लोगों की भारी भीड़ मौके पर पहुंच गई।
एक मासूम समेत चार की मौत
तत्काल हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम पहुंच गई। रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई। मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालना शुरू किया गया। एक ही परिवार के सात लोगों को रेस्क्यू कर उन्हें इलाज लिए अस्पताल पहुंचाया गया। 12 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया। हादसे में 3 साल की मासूम बच्ची समेत 4 लोगों की मौत हो गई। मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों को लगाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही रात में आगरा रेंज के आईजी दीपक कुमार, फिरोजाबाद डीएम और एसएसपी घटनास्थल पर पहुंच गए।
पटाखे रखने के लिए किराए पर लिया मकान
पुलिस के मुताबिक, नौशेरा गांव में चंद्रपाल का मकान खाली था। मकान को पटाखे वाले ने किराए पर ले रखा था। मकान में पटाखे बनाए जा रहे थे। बारूद भी जमा कर रखे गए थे। सोमवार की रात करीब 10 बजे अचानक पटाखों में आग लग गई। इसके बाद धमाका हुआ. धमाका इतना तेज था कि आसपास के तीन मकानों की दीवारें ढह गईं। अन्य मकानों की दीवारों में दरारें आ गईं। हादसे में पंकज (24), मीरा देवी (52), संजना, दीपक और राकेश और एक अन्य घायल हो गए। सभी को अस्पताल ले जाया गया। जहां मीरा देवी, पंकज और एक अन्य की इलाज के दौरान मौत हो गई। कुल आठ लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मलबे में दबे अन्य लोगों की तलाश चल रही है।
#WATCH उत्तर प्रदेश: आगरा रेंज के IG दीपक कुमार ने बताया, “…SDRF की टीम भी मौके पर पहुंच रही है, हम तेजी से बचाव अभियान चला रहे हैं…यहां से 10 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से 6 लोगों का इलाज चल रहा है और 4 लोगों की मौत हो गई है… रिहायशी इलाकों इस तरह के गोदाम का लाइसेंस… https://t.co/C7CZ8BONZt pic.twitter.com/i3I8qTHE0v
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2024
गुस्साए लोगों को शांत कराया
इस हादसे से गांव में शोक और गुस्सा फैल गया। लोग आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे। फिरोजाबाद डीएम ने गुस्साए लोगों को शांत कराया। सबसे पहले सीओ प्रवीण कुमार तिवारी, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। थोड़ी देर में डीएम रमेश रंजन और एसएसपी सौरभ दीक्षित भी आ गए। डीएम ने माइक से अनाउंस कर लोगों को शांत किया और बचाव कार्य में सहयोग करने की अपील की। मौके पर जेसीबी और हाइड्रा जैसी भारी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम किया गया।
आईजी ने कही कार्रवाई की बात
जानकारी मिलते ही आगरा आईजी दीपक कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने हादसे में चार लोगों की मौत और 6 घायलों की पुष्टि की है। उनका कहना है कि अभी तक 10 लोगों को रेस्क्यू कराया जा चुका है। जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। आईजी ने कहा कि इतनी घनी आबादी के बीच में किसी को भी पटाखे का लाइसेंस नहीं दिया जा सकता। हो सकता है मजिस्ट्रेट द्वारा इनको कहीं अन्य जगहों पर आतिशबाजी रखने के गोदाम का लाइसेंस मिला हो। इसकी विस्तृत जांच की जाएगी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।