Bus Fell From Narmada Bridge : फडणवीस ने वीडियो कॉल से घटना स्थल देखा, कमल पटेल ने बचाव कार्य देखा

पहचाने गए मृतकों में 7 महाराष्ट्र, 3 राजस्थान और एक इंदौर का 

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Bus Fell From Narmada Bridge : फडणवीस ने वीडियो कॉल से घटना स्थल देखा, कमल पटेल ने बचाव कार्य देखा

Dhar : सोमवार सुबह नर्मदा नदी के खलघाट पुल से महाराष्ट्र रोडवेज की बस गिरने से 13 यात्रियों की मौत हो गई। सभी के शव निकाल लिए गए। 11 मृतकों की पहचान कर ली गई। इनमें 7 महाराष्ट्र के हैं। वहां के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कलेक्टर धार पंकज जैन से राहत एवं बचाव कार्य के बारे में जानकारी ली और उनके व्हाट्सएप से वीडियो कॉल के जरिए घटनास्थल को देखा। खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल भी घटनास्थल पहुंचे और बचाव कार्यों का अवलोकन और समीक्षा की।

धार और खरगोन के सभी बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य की देखरेख की। किसी यात्री को बचाया नहीं जा सका। मुख्यमंत्री ने मृतकों को 4-4 लाख रुपए देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल को भी घटनास्थल पर भेजने के निर्देश दिए। इस पुल का आधा हिस्सा धार और आधा खरगोन में आता है। इसलिए दोनों जिलों के अधिकारी यहां तैनात है! धार जिला भाजपा अध्यक्ष राजीव यादव और जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम भी घटनास्थल पर पहुंचे।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक महाराष्ट्र की इंदौर से जा रही थी तभी चालक नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी पुल की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे नर्मदा नदी में जा गिरी। सूचना मिलने पर भीड़ लगने लगी, जिससे ट्रैफिक रोकना पड़ा। हादसे की सूचना जैसे ही लोगों को लगी, पुल पर भीड़ लग गई। जब यह घटना हुई, तेज हो रही थी। कमिश्नर डॉ पवन कुमार शर्मा भी खलघाट पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य का निरीक्षण किया।

उन्होंने घटना स्थल पर जानकारी दी, कि इंदौर से निकली इस बस में 12 यात्री, एक ड्राइवर और एक कंडक्टर सवार होकर निकले थे। अभी तक 13 शव निकले हैं! 14वां शव नहीं मिला। यह भी आशंका है कि कोई सवारी बस में से उतरी हो! फिर भी तलाशी अभियान बंद नहीं किया गया! कमिश्नर ने बताया कि धामनोद अस्पताल में सभी शव रखे गए हैं। महाराष्ट्र रोडवेज की यह बस इंदौर से मुंबई जा रही थी। बचाव दल में धामनोद, धरमपुरी, कसरावद और बलकवाड़ा थानों की पुलिस लगी रही। पुल पर क्रेन खड़ी करके गोताखोरों की मदद से रस्सी और चेन नदी में डालकर बस को बांधकर ऊपर लाया गया।

मृतकों के परिजनों को सहायता का ऐलान  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख जताया। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। महाराष्ट्र की बस होने की वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घटना की जानकारी दी। महाराष्ट्र सरकार ने 10-10 लाख की सहायता की घोषणा की। हादसे में जान गंवाने वाले 11 लोगों की पहचान हो गई है। तीन लोग राजस्थान एक इंदौर और बाकी 7 महाराष्ट्र से हैं। शवों को धामनोद के सरकारी अस्पताल में रखा गया है।

पहचाने गए 11 मृतकों के नाम 

चेतन पिता राम गोपाल जांगिड़ नांगल कला गोविंदगढ़ (जयपुर) जगन्नाथ (70) पिता हेमराज जोशी मल्हारगढ़ (उदयपुर) प्रकाश (40) पिता श्रवण चौधरी शारदा कॉलोनी अमलनेर (जलगांव) नीबाजी (60) पिता आनंदा पाटिल निवासी पीलोदा अमलनेरगां(जलगांव) कमला बाई (55) पत्नी नीबाजी पाटिल पिलोदा अमलनेर (जलगांव) चंद्रकांत (45) पिता एकनाथ पाटील अमलनेर (जलगांव) अरवा (27) पत्नी मुर्तजा बोरा मुर्तजापुर (अकोला) सैफुद्दीन पुत्र अब्बास नूरानी नगर (इंदौर) राजू पिता तुलसीराम मोर रावतभाटा (चित्तौड़गढ़) अविनाश पिता संजय परदेसी पाटन सराय अमलनेर (जलगांव) विशाल (33) पिता सतीश बहरे, विर्देल (धुले) को पहचाना गया है। एक मृतक की पहचान नहीं हुई!