Business Deception : सराफा व्यापारियों से सोना लेकर भागा आरोपी जीवन कब आएगा पुलिस की गिरफ्त में?

रतलाम का बहुचर्चित धोखेबाजी मामला! रात दिन की मेहनत से पाई-पाई जोड़ने वाले व्यापारी जोह रहें हैं अपना सोना मिलने की बाट!

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Business Deception : सराफा व्यापारियों से सोना लेकर भागा आरोपी जीवन कब आएगा पुलिस की गिरफ्त में?

Ratlam : सफेद लिबास और मस्तक पर लम्बा तिलक लगाएं चित्र में दिखाई देने वाला यह कोई फिल्म का किरदार या कोई नेता नहीं हैं यह हैं मध्य प्रदेश के रतलाम शहर का पुलिस लिस्ट का वांछित धोखेबाज जीवन सोनी जो अपने लिबास और मिठी मिठी बातों से रतलाम के 7 ज्वैलर्स को चुना लगाकर नो-दो-ग्यारह हो गया हैं। घटना को बीते 15 दिन बीत जाने के बाद भी यह पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता हैं कि यह शातिर दिमाग हैं।

बता दें कि मध्य प्रदेश की स्वर्ण नगरी कहें जाने वाले रतलाम से बीती 8 अक्टूबर को शहर की त्रिपोलिया गेट रोड़ पर स्थित भाविका ज्वैलर्स का संचालक जीवन पिता राधेश्याम सोनी मूल निवासी (माकडोन) रतलाम के सराफा बाजार के 7 व्यापारियों के विश्वास पर खंजर भोंकते हुए करोड़ों रुपए का सोना ले भागा था। आरोपी जीवन को भागे तकरीबन 14-15 दिन बीत जाने के बाद भी वह पुलिस के हत्थे क्यों नहीं चढ़ पाया? हम बता दें कि इसके पीछे जीवन का शातिर दिमाग हैं… जब वह रतलाम से 8 अक्टूबर को भागा तो सबसे पहले उसने दिमाग लगाया था कि अपना मोबाइल खुद की दुकान पर छोड़कर भागा था ताकि सायबर सेल उसकी लोकेशन को ट्रेस नहीं कर सकें। दुकान से भागते समय वह अपना स्कूटर लेकर भागा था और स्कूटर को फोरलेन स्थित चोपाल सागर के पास छोड़कर भागा था।

उसके बाद उसने अपना शातिर दिमाग इस्तेमाल किया था और उसने एक मेजिक ड्रायवर से संपर्क साधा था और उससे संपर्क कर वह अपने ठिकाने माकडोन जा पंहुचा था जहां उसने किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल से अपने चाचा के लड़के को बुलाया था और उसे सारी बातें बताई थी और चाचा के लड़के की मोटरसाइकिल से अपना अगला ठिकाना बदल दिया था और चाचा के लड़के को छोड़कर भाग गया था।

अब ऐसे में पुलिस द्वारा जीवन के बारे में पड़ताल करने पर उसकी पुरी कहानी सामने आई तो पुलिस ने जीवन को रतलाम से लें जाने वाले मेजिक ड्रायवर को उठाया था और उससे सख्ती से पुछताछ करने पर उसने जीवन को कहां तक छोड़ा था यह कबूला। इसके बाद रतलाम पुलिस पार्टी द्वारा 4 लोगों को पुछताछ के लिए लाया गया था और रतलाम लाकर सख्ती से पूछताछ करने पर पकड़ाए आरोपी पुलिस को कोई विशेष सुराग नहीं दे सकें।

बता दें कि जीवन की पड़ताल में पुलिस ने मध्य प्रदेश में उसके कई ठिकानों पर दबिश दी और उसके रिश्तेदार जिनमें 3 माकडोन के और 1 आरोपी कानड़ का हैं, को भी उठाकर पुछताछ की अमूमन पुलिस को जीवन के सुराग नहीं लगे।आखिरकार इस तेजतर्रार दिमाग वाले ठग, विश्वासघाती जीवन को जमीन खा गई या आसमान? पुलिस के तार जीवन के रतलाम से भागने से लेकर आगे तक के संपर्कों को खंगालने के बाद भी आखिर शातिर बदमाश जीवन पुलिस के हत्थे क्यों नहीं चढ़ा। पुलिस ने उसके 3-4 रिश्तेदारों को भी उठाकर पुछताछ की लेकिन उन्होंने कोई विशेष बात नहीं कबूली।

बताया जा रहा हैं कि जीवन 7 व्यापारियों के साथ करोड़ों रुपए की ज्वैलरी का छल करते हुए भागा हैं अब यह छोटे-बड़े व्यापारी सराफा बाजार के पदाधिकारियों से गुहार लगा रहें हैं कि कैसे भी करके हमारे जीवनभर की कमाई वापस करवा दीजिए। इनमें से 1-2 व्यापारी तो ऐसे हैं जिन्होंने बीते कुछ महीनों पहले अपना कारोबार शुरू किया था।

*क्या था पुरा मामला?* 

8 अक्टूबर मंगलवार की शाम को सराफा बाजार में उस समय हड़कंप मच गया था जब बाजार में खबर फैली थी की भाविका ज्वैलर्स का संचालक जीवन सोनी बाजार के 7 बड़े व्यापारियों से सोने के आभूषण दिखाने को लेकर गया था और समय पर आभूषण लेकर वापस नहीं आया था तो व्यापारियों ने उसकी दुकान और घर पर अपने दुकान के कर्मचारियों को भेजा था तो उसकी दुकान और घर पर ताला लगा हुआ मिलने पर सभी व्यापारी एकजुट होकर शहर के माणकचौक थाने पर पहुंचे थे और जीवन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।

अपनी शिकायत में व्यापारियों ने बताया कि भाविका ज्वैलर्स का संचालक जीवन (40) पिता राधेश्याम सोनी जिसकी दुकान त्रिपोलिया गेट रोड़ स्थित बोहरा बाखल गली में स्थित हैं। जो 7 व्यापारियों का सोना लेकर भाग गया हैं। वह हमारे प्रतिष्ठान से स्वर्ण आभूषण दिखाने लें गया था। जिसके वापस नहीं आने पर दोपहर 3-30 बजे व्यापारियों ने उसकी दुकान पर जाकर देखा तो उसका मुनीम दुकान पर बैठा था। उसने बताया कि सेठजी के बेटे का एक्सीडेंट हो गया हैं जब जीवन को मोबाइल लगाया तो नहीं लगा। व्यापारी शाम को जब वापस उसकी दुकान पर पहुंचे तो ताला लगा मिला।

जीवन ने दोपहर 12-30 बजे से व्यापारियों के यहां से सोने के आभूषण ग्राहकों को दिखाने के नाम लाना शुरू किया, दोपहर 3 बजे तक वह इनके यहां से एक-एक करके सोने के आभूषणों के डिब्बे लाया और वापस देने नहीं पंहुचा था। जीवन के कल्याण नगर स्थित घर पर भी ताला लगा मिला था तो व्यापारियों को शंका हुई थी और वह पुलिस थाने पहुंचे थे। आपको यह भी बता दें कि आरोपी फरार होने से पहले अपना मोबाइल भी दुकान पर छोड़ कर भाग गया था। ताकि उसकी लोकेशन पुलिस ट्रेस नहीं कर सकें। उसकी एक्टिवा महू-नीमच रोड़ स्थित चोपाल सागर के यहां मिलने की सूचना पर सीएसपी अभिनव बारंगे पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे।

*इन व्यापारियों के आभूषण लेकर हुआ फरार!* 

एपी ज्वैलर्स, नक्षत्र ज्वैलर्स, मारुति नंदन ज्वैलर्स, सौभाग्यमल, बसंतीलाल ज्वैलर्स, केडी ज्वैलर्स, कान्हा राठौर तथा न्यू मारुति नंदन ज्वैलर्स।