Chandigadh : हरियाणा कैबिनेट की बैठक में एक मंत्री और IAS के बीच ठन गई। शहरी संपदा विभाग से जुड़े मामलों को जब IAS ने सीधे बैठक में रख दिया तो मंत्री अनिल विज उखड़ गए क्योंकि, देवेंद्र सिंह ने अपने विभागों के तीन एजेंडा को कैबिनेट बैठक के दौरान ही चर्चा के लिए रखा, जबकि इन्हें मंत्रिमंडल को अध्ययन के लिए पहले भेजे जाने चाहिए थे।
विज ने इसका तीखा विरोध किया। एजेंडा को पहले भेजने का उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी समर्थन कर चुके हैं।
हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में शुक्रवार को खासी गहमा गहमी का माहौल रहा। शहरी संपदा विभाग से जुड़े मामलों को लेकर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ वरिष्ठ IAS देवेंद्र सिंह की कहासुनी हो गई।
बैठक में विभाग की और से लाए गए प्रस्तावों पर अनिल विज ने आपत्ति जताई। जिसका देवेंद्र सिंह ने सख्त लहजे में जवाब दिया।
विज इस पर उखड़ गए और उन्होंने शहरी संपदा, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अधूरे एजेंडा को निरस्त करने की मांग की। इस पर तीन एजेंडा वापस लिए गए।
यह एजेंडा शहरी निकायों में 2% टैक्स वसूलने और साइबर पार्क इत्यादि की स्थापना से जुड़े हुए थे। 21 जून को हुई मंत्रिमंडल बैठक में भी विज और देवेंद्र के बीच नोकझोंक हुई थी।
देवेंद्र सिंह ने अपने विभागों के तीन एजेंडा को बैठक के दौरान ही चर्चा के लिए रखा था, जबकि इन्हें मंत्रिमंडल को अध्ययन के लिए पहले भेजे जाने चाहिए थे।
विज ने इसका तीखा विरोध किया था। एजेंडा को पहले भेजने का उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी समर्थन कर चुके हैं।