Cabinet Meeting at Indore: भोपाल-इंदौर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास योजना को मिलेगी मंजूरी, होगी कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा 

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Cabinet Meeting at Indore: भोपाल-इंदौर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास योजना को मिलेगी मंजूरी, होगी कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा 

 

भोपाल:  इंदौर में जीर्णोद्धार के बाद नये सिरे से तैयार राजवाड़ा में मंगलवार को कैबिनेट बैठक होगी। इस कैबिनेट बैठक में भोपाल और इंदौर महानगरों को मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के रुप में विकसित किए जाने की योजना पर चर्चा के बाद मंजूरी दी जाएगी। इसके अलावा कैबिनेट बैठक में एक दर्जन प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।

राजवाड़ा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट की व्यवस्थाओं की तैयारियों को नगरीय आवास एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय खुद अपनी मानीटरिंग में देख रहे है। कैबिनेट बैठक में मध्यप्रदेश मेट्रोपॉलिटन नियोजन एवं विकास अधिनियम 2025 का प्रारुप प्रस्तुत किया जाएगा। कैबिनेट में सहमति बनने के बाद इसे विधानसभा के मानसून सत्र में सदन में चर्चा के लिए पेश किया जाएगा। सदन में चर्चा के बाद इसे पारित किया जाएगा और मध्यप्रदेश में लागू किया जाएगा।

इंदौर मेट्रोपॉलिटन का नाम देवी अहिल्याबाई या अवंतिका और भोपाल मेट्रोपॉलिटन का नाम भोजपाल रखा जा सकता है।मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव चाहते है कि भोपाल और इंदौर में तेजी से बढ़ती आबादी और भविष्य की संभावनाओं के आधार पर दोनो शहरों का विकास किया जाना है।

इंदौर मेट्रो पालिटन क्षेत्र की संभावनाओं पर काम करने की जिम्मेदारी इंदौर विकास प्राधिकरण को दी गई है। पहले चरण का काम यहां पूरा हो चुका है। इंदौर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में इंदौर के साथ देवास, उज्जैन, धार और शाजापुर जिलों के 9 हजार 336 वर्गकिलोमीटर क्षेत्र को शामिल कर विकसित किया जाएगा। इसी तरह भोपाल मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में भोपाल के अलावा रायसेन, सीहोर, विदिशा और ब्यावरा को मिलाकर विकास कार्य किए जाएंगे। भोपाल मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र का विस्तृत प्रतिवेदन तैयार करने का काम भोपाल विकास प्राधिकरण को दिया गया है। यहां सलाहकारों की तैनाती के लिए टेंडर भी जारी हो चुके है। नई व्यवस्था में वर्तमान निकायों की भूमिका में बदलाव आएगा। विभिन्न योजनाओं में अनुमतियां देने, वित्तीय जरुरतों को पूरा करने की अनुमति देने, प्रशासक की तैनाती और अन्य प्रावधान कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत किए जाएंगे।

एकीकृत टाउनशिप की तरह इन दोनो क्षेत्रो को विकसित किया जाएगा। यहां आवासीय, व्यावसायिक और अन्य योजनाओं को ध्यान में रखते हुए विकास योजनाएं तैयार की जाएंगी और उन पर काम किया जाएगा। नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंने से निवेशकों को निवेश के नये अवसर मिलेंगे और प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।

कैबिनेट बैठक में देवी अहिल्याबाई होलकर अभ्यारण्य बनाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी। बड़वाह वनमंडल और इंदौर वनमंडल को मिलाकर 69 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में इसे विकसित किया जाएगा। इस अभ्यारण्य के लिए बड़वाह वनमंडल का 51 वर्ग किलोमीटर और इंदौर वन मंडल का 36 किलोमीटर क्षेत्र लिया जाएगा।