दशहरे पर रावण का पुतला अधूरा जलने से भड़के केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, समिति प्रभारी धर्मेन्द्र व्यास, अधिकारियों को लगाई फटकार!

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दशहरे पर रावण का पुतला अधूरा जलने से भड़के केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, समिति प्रभारी धर्मेन्द्र व्यास, अधिकारियों को लगाई फटकार!

Ratlam : दशहरा पर्व पर शहर के नेहरू स्टेडियम में रावण का पुतला अधुरा जलने का विषय शहर के गली-मोहल्लों और चौराहों चौराहों पर चर्चा का विषय बना हुआ हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी कमर कसते हुए विरोध प्रदर्शन किया और कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए महापौर से इस्तीफे की मांग की साथ ही पुलिस अधिकारियों द्वारा मीडियाकर्मियों के साथ अभद्रता की गई सब मिलाकर मामले ने तूल पकड़ लिया है।

 

अधूरे रावण दहन की हम बात करें तो ऐसा पहले भी हो चुका हैं जिसे लेकर नगर पालिका निगम के ना तो अधिकारी सचेत हुए और ना ही जनप्रतिनिधि या सामान्य प्रशासन समिति के प्रभारी धर्मेन्द्र व्यास? इस मामले में केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप संबंधित अधिकारियों और समिति प्रभारी की क्लास लेते हुए उन बरस पड़े उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्यों नहीं पूरा जला रावण, मंत्री के सवाल पर अधिकारियों और जिम्मेदारों ने चुप्पी साध ली।

बता दें कि दशहरे पर शहर में 2 जगह रावण दहन हुआ पहला शहर के बरबड़ रोड़ स्थित विधायक सभागृह के पास 31 फीट की हाइट का और नेहरू स्टेडियम पर 51 फीट की हाइट का पुतला दहन करने के लिए बनाया गया था। विधायक सभागृह के पास बना रावण का पुतला 1 मिनट में जलकर खाक हो गया जबकि नेहरू स्टेडियम में बना 51 फिट का पुतला आधा जलकर ही टाय टाय फिस्स हो गया जिसे पुरा जलाने की जितनी भी कोशिशें की गई सब नाकाम साबित हुई। निगम कर्मचारियों ने क्रेन पर चढ़कर अधजले रावण पर पेट्रोल छिड़ककर जलाने की कोशिश की फिर भी नहीं जलने पर वहां मौजूद लोगों ने नगर निगम मुर्दाबाद और भ्रष्टाचार संबंधी नारे लगाना शुरू कर दिए। इस दौरान नेहरू स्टेडियम में भीड़ को नियंत्रित करने के चक्कर में पुलिस अफसरों और मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए बदसलूकी की, मीडियाकर्मियों द्वारा परिचय देने के बाद भी उनकी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए।

शुक्रवार को अधुरा रावण दहन मामले ने कांग्रेस ने भी विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में महापौर प्रहलाद पटेल इस्तीफा दो की बात के नारे लगाते हुए संभागायुक्त के नाम नायाब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा, इधर इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा मीडियाकर्मियों के साथ अभद्रता को लेकर पत्रकारों का विरोध भी पुलिस प्रशासन के विरुद्ध शुरू हो गया हैं!