
Caste Census Politics : जाति जनगणना के मुद्दे पर कांग्रेस ने मोदी पर निशाना साधा!
New Delhi : जाति जनगणना के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले के कुछ बयानों को लेकर कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री उम्मीद के मुताबिक जाति जनगणना का श्रेय ले रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के दो पुराने बयानों के संक्षिप्त वीडियो जारी किए जिसमें मोदी ने जाति जनगणना की पैरोकारी करने वालों को समाज को बांटने वाला और अर्बन नक्सल की सोच वाला बताया था।
जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की अवधि में 30 अप्रैल को मोदी सरकार ने अप्रत्याशित रूप से और अचानक जाति जनगणना की घोषणा की। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री ने उम्मीद के मुताबिक इसका पूरा श्रेय लिया। उन्होंने मोदी के पहले के कुछ बयानों का वीडियो साझा करते हुए कहा कि जरा सुनिए, प्रधानमंत्री ने क्या कहा कि जब 2 अक्टूबर, 2023 को बिहार जाति सर्वेक्षण के आंकड़े जारी किए गए और 28 अप्रैल, 2024 को जब कांग्रेस द्वारा जाति जनगणना की मांगों के बारे में उनसे सवाल पूछा गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कहा था कि जातिगत जनगणना उनकी सरकार के उस मॉडल की दिशा में एक कदम है जो हाशिये पर पड़े और हर क्षेत्र में पीछे रह गए लोगों को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए है। एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में हासिल की गई उपलब्धियों की पुष्टि भी है।
दो पुराने वीडियो क्लिप दिखाए गए
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि 30 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमलों और ऑपरेशन सिंदूर की शुरूआत के बीच की अवधि में मोदी सरकार ने अप्रत्याशित रूप से जाति जनगणना की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने एनडीए के मुख्यमंत्रियों की बैठक में उम्मीद के मुताबिक इसका पूरा श्रेय लिया। रमेश ने दो वीडियो क्लिप टैग करते हुए कहा, लेकिन जरा सुनिए पीएम ने क्या कहा था। पहला, 2 अक्टूबर 2023 को जब बिहार जाति सर्वेक्षण के निष्कर्ष जारी किए गए। दूसरा, 28 अप्रैल, 2024 को जब कांग्रेस की जाति जनगणना की मांग के बारे में पूछा गया।
पहली क्लिप में मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, वे (विपक्ष) जाति के आधार पर समाज को विभाजित करते थे और आज भी वह पाप कर रहे हैं। दूसरी क्लिप में जब कांग्रेस की जाति जनगणना की मांग के बारे में पूछा गया, तो पीएम ने कहा कि यह शहरी नक्सली मानसिकता का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने जाति जनगणना को अर्बन नक्सल आइडिया कहा था। अब जरा सोचिए मोदी @ 75 के बाद उनकी कुर्सी संभालने को बेताब श्री अजय सिंह बिष्ट जाति जनगणना पर क्या राय रखते हैं?
अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण के खिलाफ दिए गए उनके पुराने तल्ख बयानों को जरा… pic.twitter.com/Oy6DErY9gV
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 26, 2025
बीजेपी ने दी प्रतिक्रिया
भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने रविवार की एनडीए बैठक के बाद कहा था कि जातियों की जनगणना हमेशा सत्तारूढ़ गठबंधन की कल्पना का हिस्सा रही है। कहा कि जेडी(यू) नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने ऐसा करने वाली पहली सरकार थी। संकल्प ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एनडीए जाति की राजनीति में विश्वास नहीं करता। लेकिन, वंचितों, शोषितों, दलितों और अन्य पिछड़े लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए जाति जनगणना की आवश्यकता को स्वीकार करता है। उन्होंने कहा कि यह समाज की जरूरत है।
जाति जनगणना का ऐलान केंद्र ने किया
केंद्र पिछले महीने घोषणा की गई थी कि जाति गणना अगली जनगणना का हिस्सा होगी, जिसमें आज़ादी के बाद पहली बार जाति विवरण शामिल किया जाएगा। कांग्रेस सहित विपक्षी दल राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना की मांग कर रहे थे, और इसे एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बना रहे थे। बिहार, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे कुछ राज्यों ने इस तरह के सर्वेक्षण किए हैं।





