Caught Taking Bribe : लोकायुक्त ने सहकारिता निरीक्षक को रिश्वत लेते पकड़ा!
Indore : लोकायुक्त पुलिस ने एक सहकारिता निरीक्षक प्रवीण जैन को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। सहकारिता निरीक्षक ने एनओसी देने करने के लिए डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। पहली किस्त लेते ही लोकायुक्त ने उसे धर लिया।
सांवरिया नगर के कुशाग्र शर्मा ने लोकायुक्त को शिकायत की थी, कि उन्हें विश्वास गृह निर्माण समिति में महेश राजपूत से एक प्लॉट खरीदा था। जिसकी रजिस्ट्री के लिए उन्हें एनओसी की आवश्यकता थी। एनओसी प्रदान करने के लिए विश्वास गृह निर्माण समिति के सहकारिता निरीक्षक प्रवीण जैन ने डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी। इस बात की शिकायत कुशाग्र शर्मा ने लोकायुक्त को की। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने पूरा जाल बिछाया और रिश्वत की पहली किस्त 50,000 रुपए लेते हुए सहकारिता निरीक्षक प्रवीण जैन को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
पहले भी कई बार शिकायत हुई
गांधी नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था पीड़ित संघ के सत्यनारायण अग्रवाल और शरद जैन ने बताया कि राज्य शासन द्वारा गांधी नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था के खिलाफ जमीन के मामले में हाईकोर्ट में याचिका लंबित है। उसके बाद भी अवैधानिक रूप से प्रवीण जैन ने कई लोगों को एनओसी व पुरानी तारीखों में अलॉटमेंट जारी करवाकर विवादित भूमि पर कब्जे देकर बड़े घपले किए हैं।
2011 से लेकर 2022 तक के बीच में कितने नए सदस्य बने, उसकी सारी जवाबदारी प्रवीण जैन की है। प्रभारी अधिकारी बनने पर भी सहकारिता निरीक्षक प्रवीण जैन ने संस्था की त्रुटियों के आधार पर बोर्ड भंग किया था, उनका कोई निराकरण नहीं किया। दो साल में ऐसा कोई विभाग नहीं है, जहां इस सहकारिता निरीक्षक की शिकायत नहीं गई।
उन्होंने बताया कि सहकारिता विभाग के आयुक्त मदन गजभिए और संयुक्त आयुक्त बीएल मकवाना की मिली भगत से प्रवीण जैन को संरक्षण प्राप्त था। इस कारण से प्रवीण जैन पर अब तक न तो कोई कार्रवाई हुई। उनका ट्रांसफर रुकवाने में भी मदद की गई। क्योंकि, ये अधिकारी दोनों को लाभ पहुंचाता था। जब वे गांधीनगर संस्था में जाते तो प्रवीण जैन सदस्यों से बदतमीजी तरीके से पेश आता था।