CBI Raid : पी चिदंबरम के बेटे के 9 ठिकानों पर CBI के छापे

चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने के लिए रिश्वत का आरोप

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New Delhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के 9 ठिकानों पर आज CBI ने छापा मारा। CBI ने कार्ति के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। बताया गया कि उन पर 250 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप है। छापेमारी सुबह आठ बजे शुरू हुई।

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई को INX मीडिया मामले में लेनदेन की जांच के दौरान इसकी जानकारी मिली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कथित तौर पर नियमों की अनदेखी कर चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने में मदद की। पंजाब में स्थित तलवंडी साबो पावर लिमिटेड प्रोजेक्ट चल रहा था, जिसके लिए चीनी मजदूरों को वीजा दिलाया गया था।

CBI की कार्रवाई के दौरान कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट भी किया कि यह (CBI की कार्रवाई) कितनी बार हुआ है, मैं गिनती भी भूल गया हूं। इसका एक रिकॉर्ड होना चाहिए। CBI ने 2010-2014 के बीच इस मामले में नया केस दर्ज किया। उसी मामले में आज कार्रवाई की गई।

कूदकर घर के अंदर घुसे

CBI तमिलनाडु में तीन, मुंबई में तीन, पंजाब में एक, कर्नाटक में एक और ओडिशा में एक सहित 9 स्थानों पर तलाशी ली। इसमें ऑफिस और घर शामिल हैं। दिल्ली में पी चिदंबरम के घर का गेट बंद होने के कारण CBI के अधिकारी गेट फांदकर अंदर घुसे। कार्ति चिदंबरम के खिलाफ कथित विदेशी निवेश को लेकर CBI ने यह कार्रवाई की।

मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा 

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा ये मामला INX मीडिया कंपनी से जुड़ा और 2007 का है। इसकी डायरेक्टर शीना बोरा हत्याकांड की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी थे। इस मामले में ये दोनों भी आरोपी हैं। आरोपों के मुताबिक पी चिदंबरम ने उस समय वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर INX मीडिया हाउस को 305 करोड़ रु. का फंड लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) से मंजूरी दिलाई थी।

एयरसेल-मैक्सिस में भी आरोपी

इस प्रक्रिया में जिन कंपनियों को फायदा हुआ, उन्हें चिदंबरम के सांसद बेटे कार्ति चलाते हैं। इस मामले में CBI ने 15 मई 2017 को केस दर्ज किया था। वहीं 2018 में ED ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। एयरसेल-मैक्सिस डील में भी चिदंबरम आरोपी हैं। कार्ति पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इंद्राणी की कंपनी के खिलाफ टैक्स का एक मामला खत्म कराने के लिए अपने पिता के रुतबे का इस्तेमाल किया।

मार्च 2018 में इंद्राणी मुखर्जी ने CBI को दिए बयान में बताया था कि INX मीडिया को FIPB से मंजूरी दिलाने के लिए उनके और कार्ति चिदंबरम के बीच 10 लाख अमेरिकी डॉलर की एक डील हुई थी। इसके बाद जुलाई 2019 में दिल्ली हाईकोर्ट ने शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य दोषी इंद्राणी को INX केस मामले में मुख्य गवाह बनाने की सहमति दे दी थी।