

Census and Elections : जनगणना की वजह से UP विधानसभा चुनाव टलने की आशंका नहीं, गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया!
केंद्र ने कहा, जनगणना और चुनाव अलग-अलग प्रक्रियाएं, दोनों एक साथ संभव!
New Delhi : उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाली जनगणना से विधानसभा चुनाव प्रभावित नहीं होगा। गृह मंत्रालय ने जनगणना की तारीखों की घोषणा कर दी, जिसके अनुसार फरवरी से मार्च 2027 के बीच जनगणना होगी, जिसमें जातिगत आंकड़े भी जुटाए जाएंगे। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि जनगणना और चुनाव अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं और दोनों एक साथ हो सकती हैं।
2027 में होने वाली जनगणना से उत्तरप्रदेश का विधानसभा चुनाव प्रभावित नहीं होगा। गृह मंत्रालय ने जनगणना की तारीखों का ऐलान कर दिया है, जिसके अनुसार 9 फरवरी से एक मार्च 2027 के बीच असली जनगणना होगी और उसी दौरान जातिगत गणना के आंकड़े भी जुटाए जाएंगे।
संभव है कि उसी वक्त उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो जाए। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही थी कि चुनावी प्रक्रिया में अवरोध हो सकता है। केंद्र सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने साफ कर दिया कि जनगणना और विधानसभा चुनाव दोनों में कोई टकराव नहीं होगा और एक साथ उन्हें किया जा सकता है।
देश में 17 साल बाद जनगणना
देश में जातिगत जनगणना की तारीख सामने आने के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने इस प्रक्रिया को 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और इसके बाद खुद के गद्दी पर बैठने से जोड़ दिया है। गौरतलब है कि देश में 17 साल बाद फिर जनगणना होने जा रही है। इस बार जातियों के साथ जनगणना होगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे जनगणना-2027 नाम दिया है।
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि मतलब जब आयेगी यूपी में पीडीए सरकार, तब ही होगी जातीय जनगणना की शुरुआत। जनगणना का काम दो चरणों में पूरा होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इसके लिए इसी महीने 16 जून को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इसी के साथ ही जनगणना प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। देश में जनगणना का काम एक मार्च 2027 को खत्म हो जाएगा। यानी 2011 के बाद देश में एक मार्च 2027 आबादी के आंकड़ों के लिए नया मानक होगा।