
Central Vista in Bhopal: एक हजार करोड़ से तैयार होगा शासकीय कार्यालयों का परिसर,5 साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट
भोपाल: राजधानी भोपाल में भी नईदिल्ली में बने सेंट्रल विस्टा, आंध्रप्रदेश की राजधानी अमरावती और छत्तीसगढ़ की राजधानी नया रायपुर की तर्ज पर सभी शासकीय कार्यालयों को एक साथ बनाने की प्लानिंग पर काम पूरा हो चुका है। गत दिवस भोपाल सेंट्रल विस्टा के संबंध में मुख्य सचिव अनुराग जैन की अध्यक्षता में साधिकार समिति की बैठक में इस कार्ययोजना को पेश किया गया। इसके अनुसार सतपुड़ा, विंध्याचल भवन, गवर्नमेंट प्रेस, नापतौल विभाग, जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र और जिंसी चौराहे पर आबकारी के गोदाम को तोड़कर सेंट्रल विस्टा की तर्ज पर 12 टॉवर बनाए जाएंगे। इसमें डीबी मॉल के सामने की जमीन भी शामिल है। यह काम पीपीपी मोड पर किया जाएगा, जिसमें निर्माण एरिया 1.60 लाख वर्गमीटर होगा। यह काम आगामी पांच साल यानी 2030 में करीब एक हजार करोड़ रुपए की लागत से पूर्ण होगा।
*सीएस ने समझी प्लानिंग की बारीकियां*
बताया जा रहा है कि सीएस अनुराग जैन ने इस बहुउद्देश्यीय प्रोजेक्ट की बारीकियों को अच्छे से समझा और पूरी योजना के बारे में एक-एक जानकारी ली। एक प्रश्न के जवाब में उन्हें बताया गया कि यह काम तीन चरणों में पूर्ण करने की योजना है। पहले चरण में इसका निर्माण विंध्याचल भवन से शुरू होगा। इस कारण विंध्याचल भवन को तोड़ने पर यहां लगने वाले सभी कार्यालयों को मंत्रालय में शिफ्ट किया जाएगा। यदि प्लानिंग पर काम शुरू हुआ, तो बारिश के बाद यह शिफ्टिंग शुरू हो जाएगी। सभी जानकारी लेने के बाद साधिकार समिति ने इस प्रोजेक्ट को ओके किया है।
*मास्टरप्लान में रखा गया विशेष प्रावधान*
अफसरों की मानें तो सरकार के प्रस्तावित मास्टरप्लान में वर्तमान से दो गुना फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) लाने का प्रावधान कर रही है। इससे इन कार्यालयों की जमीन की कीमत दोगुना हो जाएगी। इसके चलते इन्हें तब तक नहीं बेचा जाएगा, जब तक नया मास्टरप्लान नहीं आ जाता है।
इन इलाकों में कार्यालय में होगा टूटकर काम
– सतपुड़ा भवन 4.05 हेक्टेयर
– विंध्याचल भवन 3.92 हेक्टेयर
– डीबी मॉल के सामने 0.92 हेक्टेयर
– जिला उद्योग व्यापार केंद्र 0.61 हेक्टेयर
– नापतौल कार्यालय 0.65 हेक्टेयर
– गवर्नमेंट प्रेस परिसर 2.73 हेक्टेयर
– जिंसी चौराहा आ
बकारी 1.20 हेक्टेयर





