
CG- Who will be Next CS: छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन आज हो रहे रिटायर, 3 वरिष्ठ IAS रेस में,नए CS के आज होंगे आदेश
विनोद काशिव की रिपोर्ट
Raipur: CG- Who will be Next CS: छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन आज रिटायर हो रहे हैं। मुख्य सचिव की रेस में 3 वरिष्ठ IAS अधिकारियों के नाम चर्चा में है। वैसे तो वरिष्ठता और पात्रता के अनुसार 7 IAS अधिकारी इस दौड़ में शामिल हैं लेकिन मुख्य रूप से तीन अधिकारियों के नाम ही चर्चा में है। प्रशासनिक और राजनीतिक क्षेत्र के सभी लोगों की निगाहें मुख्यमंत्री की और है जो आज इस संबंध में निर्णय लेंगे। माना जा रहा है कि नए CS के आज आदेश जारी हो जाएंगे।
राज्य में 7 वरिष्ठ IAS अधिकारी इस पद के लिए पात्र हैं, लेकिन दौड़ में असल मुकाबला तीन नामों के बीच माना जा रहा है। ये है: मनोज पिंगुआ, सुब्रत साहू और अमित अग्रवाल।
मनोज पिंगुआ 1994 बैच के IAS अधिकारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वे मुख्यमंत्री सचिवालय की पहली पसंद माने जा रहे हैं। पता चला है कि वे दिल्ली में पीएमओ अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं।
प्लस: साफ-सुथरी छवि, शांति और विनम्रता के लिए प्रसिद्ध।
माइनस: धीमी कार्यशैली और तत्काल निर्णय में कमी को लेकर भाजपा खेमे के कुछ नेता असहज।
सुब्रत साहू 1992 बैच के IAS अधिकारी हैं। वरिष्ठता में दूसरे नंबर पर हैं। सहकारिता और धार्मिक न्यास जैसे विभागों में ACS।
प्लस: प्रशासनिक कुशलता और कार्यकुशलता में मजबूत।
माइनस: भूपेश सरकार में मुख्यमंत्री सचिव रहने का टैग भाजपा के लिए चिंता।
अमित अग्रवाल 1993 बैच के IAS अधिकारी हैं। इस समय दिल्ली में औषधि विभाग के सचिव है उन्हें पीएमओ का अनुभव भी है। अग्रवाल को कार्य कुशल और परिणाम देने वाले अधिकारियों में माना जाता है लेकिन उनका एक ही माइनस पॉइंट है कि वे छत्तीसगढ़ से 9 सालों से बाहर हैं और केंद्र में पदस्थ हैं। केंद्र सरकार में उनके कई कामों को अनेकों बार सराहा भी है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार में लंबे समय तक रहने से राज्य शासन के लिए उनकी पदस्थापना बहुत कारगर सिद्ध हो सकती है।
रेणु पिल्ले 1991 बैच की सबसे सीनियर IAS अधिकारी है, पर, पता चला है कि प्रैक्टिकल निर्णयों की कमी ने उन्हें रेस से बाहर किया है।
ऋचा शर्मा (1994 बैच): कार्यशैली में जटिलता और संवाद की कमी।
निधि छिब्बर (1994 बैच): केंद्र में सचिव, परिवार दिल्ली में लौटने की संभावना कम।
विकासशील (1994 बैच): एशियाई विकास बैंक के कार्यकारी निदेशक के तौर पर कार्यरत, लौटने से इनकार कर चुके हैं।
इस विश्लेषण को देख कर कहा जा सकता है कि IAS मनोज पिंगुआ
की संभावना सबसे ज्यादा है लेकिन अगर केंद्र का दखल रहा तो अमित अग्रवाल भी प्रदेश की सबसे बड़ी प्रशासनिक कुर्सी पर बैठ सकते हैं।
जो भी हो, आज दिन में कभी भी आदेश हो सकते है, तब तक इंतजार कीजिए और कयास लगाते रहे!





