Chaat Banned : पानी पताशे खाने से 100 से ज्यादा बीमार, चाट के ठेलों पर रोक!

आधा दर्जन से ज्यादा गांव में पानी पताशे खाने से फ़ूड पॉइज़निंग के मामले!

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Chaat Banned : पानी पताशे खाने से 100 से ज्यादा बीमार, चाट के ठेलों पर रोक!

Mandla : मंडला जिले के चिरईडोंगरी में पानी पताशे (गोलगप्पे) से फ़ूड पॉइज़निंग होने से करीब 115 लोग बीमार हो गए। इस घटना के बाद जिले में चाट और पानी पताशे की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यह प्रतिबंध जांच पूरी होने तक जारी रहेगा।

यह आदेश 115 से अधिक लोगों के फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने के बाद अपर कलेक्टर मंडला ने जारी किया। मंडला जिला मुख्यालय और नारायणगंज विकासखंड के चिरईडोंगरी क्षेत्र के मंगलगंज, कोंड्रा, सहजनी, लालपुर, भावल सहित अन्य गांवों में गोलगप्पे खाने से बड़ी संख्या में लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए। जिसमें गर्भवती महिलाओं सहित बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं। एक बच्चा गंभीर अवस्था में है, जिसे जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया।

इस घटना के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई और गोलगप्पे खाने से बीमार हुए लोगों के बताए अनुसार गोलगप्पे बनाने वालों की सर्चिंग की। पाया गया कि रिलायंस पेट्रोल पंप के पीछे हीरालाल की जमीन में लगभग 15-20 वर्षों से 6-7 परिवार रहते हैं, जो मूलरूप से जालौन उरई उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। ये लोग पूरे जिले में भ्रमण कर गोलगप्पे, आईस्क्रीम का मौसमी व्यवसाय करते हैं। इस बीच इस समय ये लोग अभी गोलगप्पे का विक्रय कर रहे थे। जिसमें ये खटाई के लिए साईट्रिक एसिड का उपयोग करते थे।

समझा जा रहा है कि सभी लोग इसी कारण फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं। इन सब बातों को ध्यान में देखते हुए प्रशासन ने गोलगप्पे बेचने वाले और इनके मकान मालिक पर मामला दर्ज किया है। साथ ही ये वासूदेव किराना से समान लेते थे, उस दुकान को भी सील कर दिया गया। जिले में शनिवार को सबसे पहले चिरईडोंगरी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों से फूड प्वाइजनिंग के मामले सामने आए, इसके बाद मरीजों को नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। कुछ मरीजों की स्थिति ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें जिला अस्पताल मंडला रेफर कर दिया गया।

मंडला मुख्यालय के राधाकृष्णन वार्ड और सरदार पटेल वार्ड से भी बड़ी संख्या में मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुए। रविवार शाम तक जिला अस्पताल में 84 और नारायणगंज स्वास्थ्य केंद्र में 31 मरीज भर्ती हो चुके हैं।

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मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रविवार की शाम कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जिला अस्पताल का दौरा किया और उन्होंने बच्चे, महिलाओं सहित अन्य सभी मरीजों का हाल जाना। उन्होंने जिला अस्पताल में किये जा रहे, इलाज की भी जानकारी ली और सिविल सर्जन और अन्य डॉक्टर्स को सभी जरुरी उपाय करने और मरीजों पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जांच अधिकारियों से इस मामले पर पूरी जानकारी ली और कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद तहसीलदार कमल चंद्र सिंहसार द्वारा वासुदेव किराना स्टोर्स को सील कर दिया गया है।

पांच महीने पहले भी हुई ऐसी घटना

मंडला जिले के मोहगांव ब्लॉक के ग्राम सिंगारपुर में इसी साल 29 मई को भी ऐसी ही घटना हुई थी। सभी ने गांव में एक ही जगह से पानी पताशे खाए थे। उसके बाद देर रात करीब 97 लोगों की तबीयत खराब हो गई और लोग जिला अस्पताल पहुंचने लगे। इस मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए गए। करीब 30 लोगों को मोहगांव स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया और 65 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। बताया जा रहा है कि मेले के दौरान एक साथ पानी पताशे के ठेले पर करीब 150 लोगों ने पानी पुरी खाई थी। इसके बाद एक साथ 60 से 70 लोग बीमार हो गए। रात होते होते मरीजों की संख्या 90 से ज्यादा हो गई थी।