
Challenge to Trump : वेनेजुएला के राष्ट्रपति की ट्रंप को चुनौती ‘गिरफ्तार करके दिखाओ, इंतजार कर रहा हूं!’
‘मीडियावाला’ के स्टेट हेड विक्रम सेन की रिपोर्ट
New Delhi : अमेरिका और वेनेजुएला के बीच कूटनीतिक टकराव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। अमेरिकी प्रशासन ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की गिरफ्तारी के लिए घोषित इनाम को दोगुना कर दिया है, जिसके बाद मादुरो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को सीधी चुनौती दी है।
मादुरो ने सोमवार को काराकस स्थित मिराफ्लोरेस राष्ट्रपति भवन से संबोधित करते हुए कहा कि मुझे गिरफ्तार करने आओ, मैं यहीं इंतजार करूंगा देर मत करना, कायरों।
अमेरिका ने मादुरो पर ड्रग माफिया होने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी पर इनाम 2.5 करोड़ डॉलर से बढ़ाकर 5 करोड़ डॉलर (करीब ₹438 करोड़) कर दिया है। ट्रंप प्रशासन का आरोप है कि मादुरो, अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ कार्टेल से जुड़े हैं और अमेरिका में फेंटानाइल मिश्रित कोकीन भेजने की साजिश में शामिल हैं। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि मादुरो के पास 7 टन कोकीन है, जिसे वे अमेरिका में तस्करी के जरिए भेजने की तैयारी कर रहे थे। उनसे जुड़ी 700 मिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति जब्त हो चुकी है, जिसमें दो प्राइवेट जेट भी शामिल हैं।
मादुरो ने पलटवार किया कि अमेरिकी साम्राज्य का अंत हो सकता है। राजधानी काराकस में नेताओं और सेना के उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में मादुरो ने अमेरिकी हस्तक्षेप को सीधा अपमान बताते हुए चेतावनी दी। यदि अमेरिका ने हमारे घरेलू मामलों में दखल देने की कोशिश की, तो उन्हें ऐसा जवाब मिलेगा जिससे अमेरिकी साम्राज्य का अंत भी हो सकता है।
सेना प्रमुख डोमिंगो हर्नांडेज़ लारेज ने मादुरो के साथ खड़े होने का ऐलान करते हुए कहा कि अमेरिका हॉलीवुड फिल्म की तरह इनाम का ऐलान करता है, यह हमारे लिए अपमानजनक है। विदेश मंत्री इवान गिल ने इनाम बढ़ाने के अमेरिकी फैसले को राजनीतिक दुष्प्रचार अभियान करार दिया।
2020 का ‘नार्को आतंकवाद’ आरोप
2020 में ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान न्यूयॉर्क के मैनहट्टन संघीय अदालत में मादुरो और उनके सहयोगियों पर नार्को आतंकवाद और कोकीन आयात साजिश के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। उस समय उन पर 1.5 करोड़ डॉलर का इनाम रखा गया था, जिसे बाद में बाइडन प्रशासन ने बढ़ाकर 2.5 करोड़ डॉलर किया। अब इसे सीधे दोगुना कर 5 करोड़ डॉलर कर दिया गया है।
कोलंबिया का समर्थन ‘एक ही लोग, एक ही झंडा’
कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने मादुरो का खुला समर्थन करते हुए कहा कि वेनेजुएला पर अमेरिकी हमला, कोलंबिया पर हमला माना जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा ‘हालात चाहे कितने भी उथल-पुथल वाले हों, हम वेनेजुएला की संप्रभुता की रक्षा करेंगे। कोलंबिया और वेनेजुएला एक ही लोग, एक ही झंडा और एक ही इतिहास साझा करते हैं। पेट्रो ने अमेरिका और वेनेजुएला दोनों से अपील की कि वे राष्ट्रीय संप्रभुता से समझौता किए बिना मिलकर नशा तस्करी के खिलाफ काम करें और पूंजीवाद के लालच के साथ-साथ ड्रग व्यापार का अंत करे।
अंतरराष्ट्रीय संदर्भ और विश्लेषण
(1) अमेरिका वेनेजुएला संबंधों का इतिहास : 1999 में ह्यूगो शावेज़ के सत्ता में आने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में लगातार तनाव रहा। अमेरिका ने वेनेजुएला की समाजवादी नीतियों और अमेरिका-विरोधी गठबंधनों (क्यूबा, रूस, ईरान) को अपने हितों के विरुद्ध माना। 2013 में शावेज़ की मृत्यु के बाद मादुरो ने सत्ता संभाली, लेकिन उनका कार्यकाल आर्थिक संकट, महंगाई और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा रहा।
(2) ड्रग तस्करी का आरोप और भू-राजनीति : वेनेजुएला पर लंबे समय से आरोप है कि उसकी सीमा का इस्तेमाल कोलंबिया से अमेरिका में कोकीन तस्करी के लिए होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इनाम बढ़ाना न केवल आपराधिक कार्रवाई है बल्कि एक भू-राजनीतिक दबाव रणनीति भी है, जिससे मादुरो सरकार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किया जा सके।
(3) संभावित परिणाम : वेनेजुएला की सैन्य और राजनीतिक संरचना अभी भी मादुरो के प्रति वफादार है, जिससे अमेरिका के लिए सीधे हस्तक्षेप का जोखिम बढ़ सकता है। कोलंबिया जैसे पड़ोसी देशों का खुला समर्थन इस विवाद को क्षेत्रीय संघर्ष का रूप दे सकता है। यदि अमेरिका ने सैन्य या खुफिया कार्रवाई की, तो यह लैटिन अमेरिका में अमेरिकी प्रभाव के खिलाफ एक नए प्रतिरोध आंदोलन को जन्म दे सकता है।





