भोपाल। मध्यप्रदेश के मुरैना और भिंड जिले बुरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं। नर्मदा नदी ख़तरे के निशान से 7 मीटर ऊपर बह रही है। मुरैना के 51 और भिंड के 10 गाँव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं।
राज्य शासन और प्रशासन द्वारा राहत और बचाव के कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा ने बताया कि बाढ के पानी से घिरे मुरेना ज़िले के गाँव माउखेड़ा से 25 ग्रामीण जनों को airforce के हेलिकॉप्टर से सुरक्षित निकाला गया।
चम्बल नदी ख़तरे के निशान से लगभग 7 मीटर ऊपर बह रही है। मुरेना के 51 गांव और भिंड के 10 गाँव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। मुरेना ज़िले में 2 NDRF और 9 SDERF की टीमें तैनात हैं और भिंड ज़िले में 7 SDERF की टीमें तैनात हैं जो सतत रूप से ग्रामीणजनों को नाव/मोटरबोट से सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। पुलिस, होमगार्ड और राजस्व विभाग बचाव कार्य में लगे हैं। airforce के तीन हेलिकॉप्टर मुरेना और भिंड ज़िले में बचाव कार्य में लगे हैं।
विगत 24 घण्टों में मुरेना में 982 व्यक्तियों को बचाव दलों द्वारा बाढ़ से सुरक्षित निकाला गया और 2800 ग्रामीणजनों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ़्ट किया गया। मुरेना में 19 राहत कैम्प चलाए जा रहे हैं। विगत 24 घण्टों में भिंड में 30 ग्रामीणजनों को बचाव दलों द्वारा बाढ़ से सुरक्षित निकाला गया।1200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ़्ट किया गया। भिंड में 8 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं।