Chandipura Virus: अब चांदीपुरा वायरस का खतरा….बच्चों पर करता है तेजी से असर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवाजरी जारी

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Chandipura Virus: अब चांदीपुरा वायरस का खतरा….बच्चों पर करता है तेजी से असर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवाजरी जारी

भोपाल। कोरोना, डेंगू, चिकनगुनिया के बाद चांदीपुरा वायरस का खतरा मंडराने लगा है। यह खून चूसने वाली (फेलोबोटेमस) मक्खी जानलेवा चांदीपुरा वायरस का संक्रमण फैलाती है। बच्चों में होने वाली यह बीमारी जानलेवा हो सकती है।

दरअसल, गुजरात सहित देशभर में चांदीपुरा वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। धार जिले में गुजरात से लौटे एक व्यक्ति में इस वायरस के लक्षण मिलने पर भोपाल सहित मध्य प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि इस वायरस का एक भी केस नहीं मिला है।

स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस को लेकर सतर्कता बरतते हुए एडवाइजरी जारी की है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में स्वाइन फ्लू का खतरा भी बढ़ जाता है।

डाक्टरों- कर्मचारियों को बिना बताए अवकाश पर न जाने के निर्देश

विभाग द्वारा एडवाइजरी में कहा गया है कि वायरस का असर 18 वर्ष के कम उम्र के बच्चों पर होता है। इस वायरस से वेक्टर कंट्रोल और जन जागरूकता से बचाव किया जा सकता है। वायरस के लक्षण के आधार पर संदिग्ध मामलों को बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर किया जाए। मवेशियों के आश्रय स्थल में छिड़काव के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही डाक्टरों और कर्मचारियों को बिना बताए अवकाश पर न जाने के निर्देश दिए गए हैं।

चांदीपुरा वायरस के लक्षण

चांदीपुरा वायरस बीमारी की शुरूआत अक्सर तेज बुखार के साथ होती है।
बुखार के बाद दौर पड़ना, दस्त और उल्टी जैसी तकलीफ हो सकती है।
अंगों में सुस्ती, अंगों की गति में कमी या मानसिक स्थिति में बदलाव हो सकता है।
सांस लेने में दिक्कत, निमोनिया और ब्लीडिंग भी हो सकती है।
आखें चौंधियाना और गला जकड़ना भी।