Chandrayaan-3 project : 17 महीने से सैलरी नहीं मिली फिर भी लॉन्चिंग पैड समय पर बना!

HEC कंपनी कई बार 'मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्री' से निवेदन कर चुकी!

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Chandrayaan-3 project : 17 महीने से सैलरी नहीं मिली फिर भी लॉन्चिंग पैड समय पर बना!

Sriharikota : चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग करके इसरो ने इतिहास बना दिया। लेकिन, इस मिशन में काम करने वाले कई कर्मचारियों को करीब डेढ़ साल से सैलरी नहीं मिली। वे अपना खर्च मिलने की उम्मीद में उधार पैसे लेकर चला रहे हैं। एक न्यूज एजेंसी ने बताया कि रांची में हैवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन (HEC) के इंजीनियर्स ने ISRO के ऑर्डर पर मोबाइल लॉन्चिंग पैड बनाए। इस कंपनी में करीब 2,700 कर्मचारियों और 450 अधिकारी काम करते हैं।

झारखंड की रांची में स्थित HEC कंपनी को ISRO ने मोबाइल लॉन्चिंग पैड सहित कई उपकरण बनाने का ऑर्डर दिया था। लेकिन, ऑर्डर के हिसाब से भुगतान नहीं किया गया। इसके बावजूद कंपनी ने दिसंबर 2022 में तय समय से पहले ISRO का आर्डर पूरा किया। कर्मचारियों के वेतन से जुड़े मामले को लेकर मई 2023 में फ्रंटलाइन नाम की इंग्लिश वेबसाइट ने भी खबर दी थी। इसमें बताया गया था कि कर्मचारी अपना घर चलाने के लिए प्रॉविडेंट फंड (PF) का पैसा इस्तेमाल कर रहे हैं। कई कर्मचारी रिश्तेदारों से उधार लेकर जीवन-यापन कर रहे हैं।

IANS न्यूज़ एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि HEC कंपनी कई बार मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्री से 1,000 करोड़ रुपए के लिए निवेदन कर चुकी है। इस पर मंत्रालय ने जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार कोई मदद नहीं कर सकती।
श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से ISRO ने 14 जुलाई शुक्रवार दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया। LVM3-M4 रॉकेट के जरिए चंद्रयान को स्पेस में भेजा गया। 16 मिनट बाद चंद्रयान पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचा। चांद पर इसकी लैंडिंग 23 अगस्त को शाम 5.47 बजे होना है।