Changes in BJP : सुनील बंसल और धर्मपाल सिंह को पार्टी ने क्यों पुरस्कृत किया

UP के विधानसभा चुनाव में पार्टी की सफलता पर दोनों नेताओं के सिर पर नए ताज

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New Delhi : भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सुनील बंसल को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी और उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री बनाते हुए तीन राज्यों पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना का प्रभारी बनाया। उन्हें ये पुरस्कार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में संगठन मंत्री सुनील बंसल को उनके कुशल नेतृत्व के लिए दिया गया। माना गया कि उत्तर प्रदेश में उनकी सांगठनिक रणनीति के कारण ही पार्टी को जीत मिली।

केंद्रीय नेतृत्व में जब उत्तरप्रदेश के लिए सुनील बंसल के विकल्प की तलाश शुरू हुई तो कोई नाम फिट नहीं बैठ पा रहा था। क्योंकि, उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है और यहां पर हर क्षेत्र के अपने अलग-अलग राजनीतिक मुद्दे,समीकरण होते हैं, इसलिए यहां पर चुनाव की दृष्टि से अलग-अलग रणनीति बनानी पड़ती है। इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सुनील बंसल के विकल्प के रूप में ऐसा व्यक्ति चाहिए था, जो प्रदेश से वाकिफ हो। जब सुनील बंसल का विकल्प ढूंढ लिया गया इसके बाद ही उन्हें केंद्रीय नेतृत्व में शामिल करके तीन राज्यों का प्रभार दिया गया।

अंतः केंद्रीय नेतृत्व की नजर झारखंड भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह पर पड़ी। उत्तर प्रदेश में उन्होंने लंबे समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के संगठन मंत्री के रूप में कार्य किया है। उत्तरप्रदेश के लगभग हर जिले को वो भली भांति जानते हैं। इन्हीं सब तथ्यों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय नेतृव और RSS ने धर्मपाल सिंह के उत्तरप्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री के नाम पर अंततः मुहर लगा दी और कल 10 अगस्त को उनके नाम की घोषणा कर दी गई। धर्मपाल सिंह अपने सांगठनिक कौशल और रणनीतिक सूझबूझ से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को कैसे और अधिक मजबूत करते हैं। भाजपा के केंद्रीय नेतृव और आरएसएस ने उत्तरप्रदेश में धर्मपाल सिंह पर विश्वास जता कर 2024 की विजय का महत्वपूर्ण जिम्मा उन्हें दे दिया है।

कौन हैं धर्मपाल सिंह जिन्हें मिली UP की कमान

धर्मपाल सिंह बिजनौर जिले के निवासी हैं। 1990 में वे ABVP में पूर्णकालिक कार्यकर्ता बने। सबसे पहले उन्हें देहरादून का जिला संगठन मंत्री बनाकर भेजा गया। इसके बाद उन्हें ABVP में ही मेरठ भेजा गया। मेरठ के बाद उनका केंद्र आगरा रहा। धर्मपाल सिंह ABVP पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र (ब्रज प्रांत, मेरठ, उत्तराखंड) के क्षेत्र संगठन मंत्री रहे। इसके बाद उनको पश्चिमी उत्तर के साथ-साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र का संगठन मंत्री बनाकर लखनऊ भेजा गया। इस दौरान धर्मपाल सिंह ने पूरे प्रदेश का दौरा कर ABVP के कार्य को गति दी।

2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में संघ की योजना से भाजपा के लिए काम किया। जुलाई 2017 में धर्मपाल सिंह को झारखंड में भाजपा के संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी दी गई।धर्मपाल ने झारखण्ड में अपनी सांगठनिक कुशलता दिखाते हुए पहली बार नगर निगमों, जिला परिषदों में भाजपा को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

धर्मपाल सिंह ने 2017 के चुनाव में भी परदे की पीछे रहकर अहम भूमिका निभाई थी। बिहार विधान सभा चुनाव में भी धर्मपाल सिंह ने अहम भूमिका निभाई और पार्टी को जीत दिलाई। इस बार उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव के लिए पार्टी ने धर्मपाल सिंह को पूर्वांचल का जिम्मा सौंपा था। धर्मपाल सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में डेरा डालकर पूर्वांचल की विधानसभा सीटों पर फोकस किया और पार्टी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

मिलनसार और सरल व्यक्ति

मेकैनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक 53 वर्षीय धर्मपाल सिंह बेहद मिलनसार और सरल व्यक्तित्व के धनी हैं। उन्हें संगठन के कार्यकर्ताओं की परख है। सभी कार्यकर्ताओं से वह सहजता से मिलते हैं और कार्यकर्ताओं की बात भी सुनते हैं। संगठन के छोटे से छोटे कार्यकर्ता की वह चिंता करते हैं।

यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में उनके चाहने वाले कार्यकर्ता प्रदेश के सभी स्थानों पर मिल जाएंगे। अभाविप में तो उनके साथ काम करने वाले कार्यकर्ताओं की तो एक लंबी फौज है।धर्मपाल सिंह के यूपी बीजेपी के संगठन महामंत्री नियुक्त होने के बाद से पूरे उत्तरप्रदेश में कार्यकताओं में एक नई स्फूर्ति आ गई है।