गांव और शहरों में पहुंचेंगे रथ, निकलेगी विकसित भारत संकल्प यात्रा, कैंप लगाकर देंगे योजनाओं का लाभ

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गांव और शहरों में पहुंचेंगे रथ, निकलेगी विकसित भारत संकल्प यात्रा, कैंप लगाकर देंगे योजनाओं का लाभ

भोपाल
प्रदेश के सभी शहरों और गांवों में विकसित भारत संकल्प यात्राएं निकाली जाएंगी। शहरी क्षेत्रों में तेरह रथों के जरिए केन्द्रीय योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाएगी वहीं शिविर लगाकर लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाना भी सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए शहरों में तेरह रथ निकलेंगे वहीं ग्रामीण अंचलों में साढ़े तीन सौ रथ निकाले जाएंगे। इन पर एलईडी के जरिए केन्द्रीय योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। आमजन के स्वास्थ्य परीक्षण से लेकर लाभान्वित हितग्राहियों की सफलता की कहानियां भी पूरे प्रदेश के रहवासियों को जानने को मिलेगी।

शहरी क्षेत्रों में विकसित भारत संकल्प यात्रा के सफल क्रियान्वयन के लिए आयुक्त नगरीय प्रशासन ने प्रदेश के सभी नगर निगम आयुक्तों, सभी संभागीय संयुक्त संचालक, परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण और सभी नगर पालिका और नगर परिषदों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश जारी किए है। शहरी क्षेत्रों में तेरह रथ संचालित किए जाएंगे। सभी नगरीय निकायों में ये रथ पहुचेंगे। बड़े नगर निगमों से शुरुआत होगी फिर सभी अन्य नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर परिषदों तक ये रथ पहुंचेंगे।

यात्रा के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर परियाजना अधिकारी एवं नगर पालिका निगम स्तर पर आयुक्त तथा नगर पालिका परिषद और नगर परिषद स्तर पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी इस यात्रा के नोडल अधिकारी होंगे। निकाय स्तर पर नोडल अधिकारी जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में समन्वय समितियों का गठन करेंगे, तैनात अधिकारियों को प्रशिक्षण देंगे तथ अभिविन्यास तथा आईसी वैन के मार्गो और वैन की तारीखों के कैलेंडर को अंतिम रुप देने के लिए उत्तरदायी रहेंगे। यात्रा हेतु विशेष रथ आईईसी वेन भारत सरकार द्वारा तैयार कर भेजे जा रहे है। शहरी क्षेत्रों के लिए अभी तीन रथ आ चुके है इसके बाद दस रथ और आने वाले है।

नुक्कड़ नाटक, क्विज से हितग्राही मूलक योजनाओं का प्रचार, उपहार भी बटेंगे-

विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इन यात्राओं मेंं विशेष रुप से स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जो रथ निकलेंगे उनमें आडियो-विजिवल प्रचार किया जाएगा। इसके अलावा योजनाओं के ब्रोशर वितरित किए जाएंगे। रथ जहां पहुंचेंगे वहां क्विज कांपीटीशन किए जाएंगे जिनमें सरकारी योजनाओं को लेकर सवाल पूछे जाएंगे। सही उत्तर देने वालों को टीशर्ट, कैप और अन्य उपहार वितरित किए जाएंगे। नुक्कड़ नाटक का मंचन कर सरकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जाएगी। पंपलेट और बुकलेट का वितरण भी किया जाएगा जिनमें केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न जनहितैषी योजनाओं की जानकारी आमजन को दी जाएगी।

शिविर लगाकर हितग्राहीमूलक योजनाओं में होगा पंजीयन-

जो रथ शहरों और गांवों में पहुंचेंगे वहां शिविर लगाकर यात्रा के दौरान विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ देने के लिए हितग्राहियों का पंजीयन भी किया जाएगा। इसमें आयुष्मान भारत योजना, आधार काउंटर, पीएम उज्जवला योजना , शहरी आजीविका मिशन, पीएम स्वनिधि, संबल योजना, विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के पात्र आवेदकों का पंजीयन किया जाएगा। शिविरों में विभिन्न विभागों के स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। वे लोगों को योजनाओं की जानकारी देंगे।

डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करना सिखाएंगे-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि भारत में डिजिटल मिशन लागू किया जाए। आमजन ज्यादा से ज्यादा डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करे। इसके लिए इस यात्रा के माध्यम से लोगो को डिजिटल प्लेटफार्म की जानकारी भी दी जाएगी। पेमेंट एग्रीकेटर, फोन पे, गूगल पे, भारत पे, पेटीएम जैसे प्लेटफार्मो के उपयोग की जानकारी आमजन को दी जाएगी और उन्हें इन प्लेटफार्मो से जोड़ा जाएगा।

स्वास्थ्य परीक्षण भी-
यात्रा के दौरान जगह-जगह आमजन का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। इसमें डायबिटीज, ब्लडप्रेशर, थाईराइड की जांच और बुखार, दर्द सहित अन्य बीमारियों की जांच और उपचार का प्रबंध भी किया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, चिकित्सक और सहायक अमला भी मौजूद रहेगा।

मेरी कहानी मेरी जुबानी से होंगे अनुभव साझा-

रथ यात्रा के दौरान विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ले चुके हितग्राही अपनी सफलता की कहानी स्वयं लोगों को बताएंगे और योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करेंगे। वे अपने अनुभव भी साझा करेंगे और सफलता की कहानियां भी सुनाएंगे। ऐसे पांच हितग्राही रथ यात्रा में मौजूद रहेंगे।

पोर्टल और मोबाइल एप पर अपलोड होगी जानकारी-

कार्यक्रम समाप्ति के बाद यात्रा की समस्त गतिविधियों की जानकारी भारत सरकार द्वारा निर्मित आईटी पोर्टल और मोबाइल एप पर अपलोड की जाएगी।