Cheated on Pretext of Loan : लोन का विज्ञापन देखना महंगा पड़ा, धमकी देकर पैसे ऐंठे!   

जानिए, कैसे साइबर ठगों ने फंसाया और लालच देकर हजारों ठग लिए!

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Cheated on Pretext of Loan : लोन का विज्ञापन देखना महंगा पड़ा, धमकी देकर पैसे ऐंठे! 

 

Indore : पुलिस कई बार इस बात से लोगों को सचेत कर चुकी है कि गूगल पर किसी का नंबर सर्च करें, तो सावधानी बरती जाए। इसके बावजूद लोग गूगल की मदद लेते हैं, जिससे उन्हें कई बार परेशानी का सामना करना पड़ा है। ऐसा ही एक मामला तेजाजी नगर थाने में संचालित साइबर हेल्प डेस्क में दर्ज हुआ। इसमें पीड़ित ने लोन एप्लीकेशन देखकर अपना सारी जानकारी अपलोड कर दी, जिससे उसे हजारों रुपए की चपत लग गई।

जोन-एक के एडिशनल पुलिस उपायुक्त आलोक शर्मा के मुताबिक, 11 मार्च को फरियादी अनुराग मंडलोई ने गूगल क्रोम का इस्तेमाल कर रहा था। इस दौरान उसे लोन एप्लीकेशन का विज्ञापन दिखाई दिया। इस ऐप का नाम स्कोर क्लिम्ब था। चूंकि, फरियादी को पैसों की जरूरत थी। इसलिए उसने यह ऐप क्रोम से डाउनलोड कर लिया। ऐप को डाउनलोड कर लेने के बाद फरियादी से उसके कांटेक्ट, कैमरा, लोकेशन, कॉल लोग्स का एक्सेस मांगा गया, इसे फरियादी ने अलाऊ कर दिया था।

मोबाइल नंबर और पैन कार्ड दर्ज किया

एप्लीकेशन पर ही फरियादी ने अपनी सेल्फी, पैन कार्ड, मोबाइल नंबर भी दर्ज किया था। इसके बाद फरियादी को 3000 रुपए लोन के तौर पर मिल गए। फरियादी को यह लोन बिना किसी ब्याज दर पर दिया गया था। फरियादी ने 21 मार्च को लोन एप पर ही मौजूद एक यूपीआई आईडी एफएसएफबीए 00045568@फाइनेसीरेम पर 3200 रुपए का पेमेंट कर दिया था। ऐप पर रीमेनिंग बैलेंस 3200 ही दिखाई दे रहा था।

फोटो एडिट करके परिचितों को भेजी 

फिर फरियादी को लगा कि यह फ्रॉड हो सकता है। इसके बाद उसने पैसे वापस लेने के लिए गूगल पर सर्च किया। वहां से उसको एनपीसीआई के बारे में पता चला, जहां फरियादी ने 8 अप्रैल को 3200 रुपए के ट्रांजेक्शन की एनपीसीआई पर शिकायत की। कुछ देर बाद ही फरियादी के पास 2600 रुपए आ गए। इस दौरान बीच-बीच में उसे अलग-अलग नंबरों से फोन आते रहे जिन्होंने धमकाया भी और फरियादी की फोटो एडिट कर उनके परिचितों को भी भेज दी।

डरकर पैसे जमा कराए 

14 अप्रैल को उसके पास +923415405099 से कॉल आया था। कॉल करने वाले ने फरियादी को धमकाया कि अगर पैसे नहीं दोगे तो फोटो तुम्हारे जानने वालों को भेज दूंगा और फरियादी को आरोपी ने कुछ नंबर भी भेजे जो फरियादी के परिचितों के थे। इससे वह गया और उसी एपलीकेशन पर मौजूद यूपीआई आईडी पर 4400 रुपए भेज दिए। इसके बाद आरोपी और पैसे मांगने लगा तो तब पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई।