एक क्रिकेटर ने रणजी ट्रॉफी मैच खेलने की लालच में हिमाचल प्रदेश की पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी सपना रंधावा को 27 लाख रुपए दे दिए, मगर फिर भी उसे मैच खेलना का मौका नहीं मिला। आखिर मामला पुलिस के पास पहुंचा, जिसके बाद पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज करते हुए सपना रंधावा को गिरफ्तार कर लिया।
सपना रंधावा को सूरत पुलिस हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार करके लाई। सपना रंधावा के खिलाफ यह मामला मूलतः गुजरात के नवसारी के रहने वाले और वर्तमान में सूरत में रह रहे भाविक पटेल ने दर्ज करवाया। भाविक की सपना रंधावा के साथ मुलाकात 2018 में क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान राम चौहान नाम के खिलाड़ी के माध्यम से UP के हाथरस में हुई थी।
राम चौहान ने भाविक पटेल को बताया था कि सपना रंधावा नाम की खिलाड़ी उनके करियर को चमका सकती है। रंधावा ने भाविक पटेल को आश्वासन दिया कि वो उन्हें कम ओवर वाले रणजी ट्रॉफी मैच खिलवाने की व्यवस्था कर देंगी। इसके बदले उन्होंने रुपयों की मांग की। सपना रंधावा ने पहले 12 लाख 10 हजार रुपए लिए, इसके बाद वो रुपए सपना रंधावा ने किसी और को दे दिए।
इसके बाद भाविक पटेल को नागालैंड की तरफ से मैच खेलने का प्रलोभन देकर 15 लाख रुपए दूसरे व्यक्ति ने लिए थे। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू कर दी। सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने बताया कि इन लोगों ने भाविक के अलावा करीब 20 खिलाड़ियों से क्रिकेट करियर बनाने के नाम पर 75 लाख रुपए ठगे हैं।
सपना रंधावा हिमाचल की तरफ से रणजी ट्रॉफी मैच खेल चुकी हैं और अभी क्रिकेट कोचिंग के साथ जुड़ी हुई है। सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर के मुताबिक ये लोग क्रिकेट में नेशनल लेवल पर करियर बनाने के नाम पर रुपए वसूलते थे, जिसे लेकर क्रिकेट एसोसिएशन के साथ भी सूरत पुलिस संपर्क में है।
सपना रंधावा और उनकी गैंग ने क्रिकेट करियर बनाने के नाम पर न जाने कितने होनहार क्रिकेटरों को ठगा होगा, इसकी पड़ताल की जा रह है। काफी समय किसी ने कोई शिकायत नहीं की थी, मगर अब मामला सूरत पुलिस के इको सेल थाने में दर्ज हो गया है। ऐसे में सपना रंधावा और उनकी गैंग के कारनामों का भंडाफोड़ होने की उम्मीद है।