Indore : शहर के एक प्रतिष्ठित दाल व्यापारी के साथ उनकी पत्नी ने फ्रॉड किया और 50 लाख के गहने लेकर चंपत हो गई। दो सप्ताह बाद भी पुलिस उस महिला को गिरफ्तार नहीं कर सकी। पुलिस का कहना है कि महिला बल नहीं मिलने से आरोपी पत्नी को गिरफ्तार करने नहीं जा सके। उलटा महिला की बहन समझौते का दबाव बना रही है। अनजान फोन नंबरोंसे कॉल करके धमकाया जा रहा है। ऐसे में कहानी उलझती जा रही है।
दाल व्यापारी नितेश सिंघानिया ने अपनी पत्नी पर 50 लाख रुपए के जेवरात ले जाने का आरोप लगाया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। व्यापारी और आरोपी महिला मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए संपर्क में आए थे। यह मामला शांति निकेतन कॉलोनी का है। यहां रहने वाले सिंघानिया की करीब तीन महीने पहले उत्तर प्रदेश की रहने वाली रुचि नाम की महिला से हुई थी। दोनों ही तलाकशुदा थे, इसलिए बात आगे बढ़ी। दोनों में प्रेम भी हो गया। शादी के बाद व्यापारी ने शिकायत की कि उनकी पत्नी 18 अगस्त को 50 लाख के जेवर लेकर भाग गई और यही मामला भी दर्ज कराया गया।
समझौते के लिए धमकियां
नितेश सिंघानिया के मुताबिक उन्हें रूचि और उसकी बहन मिया की तरफ से कुछ लोगों के अनजान कॉल आ रहे है। समझौता करने का दबाव बनाने और अन्य झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जा रही है। व्यापारी का कहना है कि उनका रिश्ता बिगाड़ने में उसकी साली मिया का पूरा हाथ है। वो ही अनजान लोगों से कॉल करवाकर समझौते का दबाव बना रही है।
महिला पुलिस बल नहीं
इस मामले में सम्बंधित पुलिस अधिकारी का कहना है कि अभी इस मामले में रूचि की गिरफ्तारी नही हुई। क्योंकि, उनके पास महिला बल नही है। महिला को पकड़ने के लिए विशेष रूप से बल की आवश्यकता होती है। वहीं महिला आरोपियों के मोबाइल और अन्य डाटा को लेकर भी अभी कार्रवाई नहीं हुई है। इसके लिए अधिकारियों की परमिशन लगेगी। सिंघानिया ने लसूड़िया थाने पर जांच अधिकारी से रूचि की गिरफ्तारी को लेकर पूछा, तो उन्होंने कमिश्नर ऑफिस से आदेश आने का हवाला देकर उन्हें रवाना कर दिया। साथ ही अनजान कॉल नहीं उठाने की सलाह भी दे डाली।
एफआईआर जो लिखवाई गई
नितेश सिंघानिया ने जो एफआईआर लिखवाई वो ये थी : मैं 108 शांति निकेतन (इंदौर) में रहता हूं। दाल-चावल का व्यवसाय करता हूं। 3 मई 2022 को मेरी शादी रुचि शर्मा (37) से हुई थी। वह गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश) की रहने वाली है। ये रुचि और मेरी दूसरी शादी थी। हमारा पहले तलाक हो चुका था। हमने लव मैरिज की थी। एक-दूसरे को एक साल से जानते हैं। शादी के बाद हनीमून के लिए यूरोप गए थे। जब वापस आए तो रुचि की बहन मिया ने मुझे, मेरी मां कनकलता सिंघानिया और मेरे पिता विनोद सिंघानिया के मोबाइल पर 23 जुलाई 2022 को मैसेज भेजे। लिखा था ‘तुम अपने होने वाले बच्चे को गिराना (मारना) चाहते हो…।’ इस पर पत्नी रुचि से बात की। उसने इस बात को नजरअंदाज करने को कहा। 14 अगस्त 2022 की शाम 7 से 8 बजे के बीच पत्नी रुचि मुझसे मेरे पैतृक जेवरों के बारे में पूछने लगी कि कहां गए! मुझसे, माता-पिता और बहन काजल से झगड़ा किया।
रात 2.30 बजे थाना लसूडिया से पुलिस घर आई और पत्नी व मुझे समझाया। पत्नी से पूछा कि पुलिस को किसने बुलाया तो वो बोली कि उसकी बहन मिया ने भिजवाया है। मेरे और पत्नी के बीच कोई विवाद न हो, इसलिए लेडी कॉन्स्टेबल को मेरे घर पर ही बैठा दिया गया। 16 अगस्त को मैं, पत्नी और माता-पिता अपना सभी सामान सात बैगों में लेकर लसूड़िया थाना पहुंचे। हमारे बीच यहां काउंसिलिंग कराई गई। जो सात बैग हम लेकर गए थे, उसमें से तीन बैग पत्नी के कहे अनुसार उसे वहां पर ही दे दिए। पत्नी घर नहीं लौटी, तो उसे उसकी बहन मिया के साथ होटल इन्फिनिटी (विजय नगर) में रुकवा दिया।
अगले दिन 17 अगस्त को हम दोनों पक्षों को दोपहर 12 बजे फिर काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया। लेकिन, पत्नी नहीं आई। उसने मुझसे कहा कि तबीयत ठीक नहीं है। इसी दिन रात 8 से 8.30 बजे पत्नी को कई कॉल किए, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया। जब होटल इन्फिनिटी पहुंचा तो पता चला कि पत्नी और उसकी बहन मिया शर्मा रात 8 बजे ही बिना चेकाउट किए (यानी होटल स्टाफ को बिना सूचना दिए) चली गईं। पत्नी को जो तीन बैग रखने के लिए दिए थे, उसमें मेरे पैतृक जेवर थे। बैग में 50 लाख की डायमंड और गोल्ड की ज्वेलरी थी। 1.30 लाख कैश भी था।