Checking of Caste Certificates : 136 से ज्यादा PWD इंजीनियरों के जाति प्रमाण पत्रों की जांच! 

जांच के दायरे में लोक निर्माण विभाग के सचिव और प्रमुख अभियंता भी! 

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Checking of Caste Certificates : 136 से ज्यादा PWD इंजीनियरों के जाति प्रमाण पत्रों की जांच! 

Bhopal : लोक निर्माण विभाग में 100 से ज्यादा इंजीनियरों के जाति प्रमाण पत्रों को लेकर राज्य सरकार के पास शिकायतें लंबित हैं। इनमें विभाग के सचिव और प्रमुख अभियंता से लेकर छोटे स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं। अब शासन स्तर से ऐसे इंजीनियरों के जाति प्रमाण पत्रों की जांच छानबीन समिति से कराई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि विभाग में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले वसूली का जरिया बन गए।

राज्य सरकार का लोक निर्माण विभाग इन दिनों फर्जी जाति प्रमाण पत्रों की शिकायत से परेशान है। मामला विभाग के मुखिया ईएनसी (इंजीनियर इन चीफ) से लेकर उपयंत्रियों के खिलाफ भी फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी और पदोन्नति के मामले लंबित हैं। पीडब्ल्यूडी में ईएनसी रहे नरेन्द्र कुमार के खिलाफ भी ऐसी कई शिकायतें मिली। लेकिन, चौकाने वाली बात है कि विभागीय मंत्री ने उस दिन जांच के लिए नोटशीट लिखी, जिस दिन वह सेवानिवृत्त हो रहे थे। पीडब्ल्यूडी के सचिव और ईएनसी की भी इसी तरह की जांच लंबित हैं।

136 इंजीनियरों के खिलाफ शिकायतें लंबित

पीडब्ल्यूडी अकेला ऐसा विभाग है, जहां के 136 इंजीनियरों के खिलाफ छानबीन समिति के पास शिकायतें लंबित हैं। जिन बड़े अधिकारियों की जाति प्रमाण पत्र की शिकायतें लंबित हैं, उनमें इंजीनियर आरके मेहरा सचिव पीडब्ल्यूडी, एससी वर्मा मुख्य अभियंता, जिले सिंह संयुक्त परियोजना संचालक पीआईयू, वीके आरख अतिरिक्त परियोजना संचालक, संजय खांडे प्रभारी मुख्य अभियंता, अपूर्व गौर, आशीष रघुवंशी और निशांत पचौरी के नाम शामिल हैं। इस बारे में अनुसूचित जनजाति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन मिश्रा ने कहा कि जाति प्रमाण पत्रों की छानबीन समिति द्वारा जांच का मामला सतत चलने वाली एक प्रक्रिया है।