Chenab River Flow Blocked : भारत ने बगलिहार डैम के गेट बंद किए, चिनाब का पानी पाकिस्तान जाना रुक गया!

सिंचाई और पीने के लिए पाकिस्तान का बड़ा इलाका इसी पानी पर निर्भर रहा!

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Chenab River Flow Blocked : भारत ने बगलिहार डैम के गेट बंद किए, चिनाब का पानी पाकिस्तान जाना रुक गया!

 

New Delhi : पहलगाम में हुई आतंकवादी हिंसा के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 65 साल पुराना सिंधु जल समझौता को खत्म कर दिया। भारत ने बगलिहार डैम के गेट बंद कर दिए, जिससे चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान की ओर बहना रुक गया। इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते जल विवाद और तनाव को एक नया मोड़ दिया। चिनाब नदी का पानी पाकिस्तान को सिंचाई और पीने के लिए जरूरी है। जबकि, भारत ने इस कदम को सुरक्षा और जल नीति के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण फैसला बताया। इस फैसले के बाद अब पाकिस्तान को पानी की भारी किल्लत होना तय है।

भारत सरकार के फैसले का असर अब दिखाई भी देने लगा। रामबन इलाके में चिनाब नदी का पानी लगातार कम होता जा रहा है। स्थिति ये है कि नदी के बीच पत्थरों तक पहुंचा जा सकता है। जो पहले आसान नहीं था। नदी की तेज लहरों के कारण इसे पार करना लगभग नामुमकिन था। प्रशासन भी लगातार चेतावनी जारी करता था कि चिनाब नदी के किनारे न जाएं क्योंकि इसकी लहरें बहुत तेज होती थीं।

चिनाब नदी के पानी का कम होना यह दिखाता है कि भारत सरकार ने जो कदम उठाए, उसका असर अब दिख रहा है। इंडस वाटर ट्रीटी के तहत आने वाली नदियों पर भारत बिजली पैदा कर सकता है और अपने नागरिकों के लिए इन प्राकृतिक जल संसाधनों का इस्तेमाल कर सकता है। पहले इस संधि के तहत सिर्फ पनबिजली बनाने की अनुमति थी। लेकिन, पानी को रोका नहीं जा सकता था। अब पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने इस संधि को निलंबित कर दिया और इसका असर भी दिखने लगा। चिनाब नदी का पानी बिल्कुल कम हो गया है।

 

पूरा इलाका सूख गया

नदी के बीच बड़े-बड़े पत्थर देखें जा सकते हैं, जिनके ऊपर से चिनाब नदी की तेज लहरें गुजरती थीं। अब यह पूरा इलाका सूख गया और पानी का स्तर बहुत कम हो गया। इसके परिणाम आने वाले दिनों में दिखाई देंगे, जब भारत सरकार ने चिनाब नदी के पानी को रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी। लोग यहां आकर तस्वीरें और सेल्फी ले रहे हैं। जबकि, सामान्य दिनों में यह मुश्किल था। आज लोग आसानी से आ-जा रहे हैं।

 

विवाद सिंधु जल संधि पर बढ़ा

भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि के तहत चिनाब, झेलम और सिंध नदियों का पानी पाकिस्तान को देना होता है। लेकिन, भारत ने हाल ही में इस संधि की समीक्षा की बात की। खासकर तब जब पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद का खतरा लगातार बढ़ रहा है। बगलिहार डैम से पानी रोके जाने के बाद यह कदम जल विवाद को और बढ़ा सकता है और दोनों देशों के रिश्तों में और तनाव ला सकता है।

 

पाकिस्तान की बौखलाहट

भारत द्वारा बगलिहार डैम से पानी रोकने के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया तीव्र रही। पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में कहा कि यदि भारत सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के पानी के साथ कोई छेड़छाड़ करता है, तो यह युद्ध के समान होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह 24 करोड़ पाकिस्तानी नागरिकों की जिंदगी का मामला है और पाकिस्तान इस पर माकूल जवाब देगा। डार ने बताया कि उन्होंने सऊदी अरब, यूएई, चीन, तुर्की समेत कई देशों के विदेश मंत्रियों से बात कर पाकिस्तान का पक्ष रखा है। लेकिन, फिलहाल भारत का पक्ष भारी है। क्योंकि, चिनाब का पानी अब पाकिस्तान में जाकर सूख गया।