छतरपुर में 35 वर्षों का टूटा रिकॉर्ड, 2 दिन में ही हुई 22 इंच बारिश,जिले के कई विकासखंडों ने औसत आंकड़े को छुआ

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छतरपुर में 35 वर्षों का टूटा रिकॉर्ड, 2 दिन में ही हुई 22 इंच बारिश,जिले के कई विकासखंडों ने औसत आंकड़े को छुआ

 

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

 

छतरपुर। इस वर्ष बारिश का क्रम लगातार चल रहा है। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने करीब 30 से 35 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। छतरपुर में सिर्फ दो दिनों की बारिश में 22 इंच से अधिक आंकड़ा पहुंच गया था। 1 जून से 18 जुलाई तक हुई बारिश के आंकड़ों के मुताबिक छतरपुर औसत आंकड़े तक पहुंच गया। जिले की औसत बारिश 42.3 इंच है। शुक्रवार को जो आंकड़े मिले उनके मुताबिक बिजावर 44.9, बड़ामलहरा 42 इंच बारिश तक पहुंच गया। अन्य आंकड़ों में नौगांव 36.5 इंच, गौरिहार 33.8 इंच, राजनगर 29.6 इंच, बकस्वाहा 24.4 इंच और लवकुशनगर में बारिश का आंकड़ा 22.9 इंच है। जिले भर के जलस्रोत लबालब भर चुके हैं। कई जगह तो खेत जलमग्न हो गए। जो लोग जलस्रोतों के पास घर बनाकर रह रहे थे उनके घरों में भी पानी घुस गया है। पिछले साल बकस्वाहा और राजनगर को छोड़कर अन्य जनपद मुख्यालयों के मिले आंकड़े 10 इंच के करीब रहे।

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●मूसलाधार बारिस ने मचाया हाहाकार…

गुरुवार की रात को हुई मूसलाधार बारिश ने जिले में हाहाकार मचा दिया। नदियों का पानी सड़कों में भर गया तो वहीं पुल-पुलियां टूटने से आवागमन प्रभावित हुआ। लगभग 20 घंटे तक बारिश का दौर चलने से कालापानी में पुलिया टूट गई, साथ ही आसपास रहने वाले लोगों के घरों में पानी घुस गया। कई स्थानों पर बिजली के खंभे टूटने के भी समाचार हैं। स्थानीय प्रताप सागर तालाब के चौपाटी क्षेत्र में सभी सीढि़यां पानी में डूब गईं। यहां आए लोगों का कहना है कि करीब 35 वर्ष पहले ऐसी स्थिति देखने को मिली थी। तब से यह दूसरा अवसर है जब जुलाई में ही पूरा तालाब भर गया है। उधर गौरिहार और खड्डी के बीच से निकली नदी का पानी रिपटा के ऊपर था जिससे आवागमन ठप्प हो गया। गुरसारी में भी पानी की वजह से आवागम प्रभावित हुआ है। खजुराहो क्षेत्र में स्थित कुटने डेम के गेट पहली बार खोले गए हैं। बताया जाता है कि जबसे कुटने जलाशय का निर्माण हुआ तब से यह पूरा नहीं भर सका था। 10 वर्षों से अधिक समय बाद यह पूरा भर गया। पानी अधिक आने की वजह से इसके गेट खोले गए हैं।

●जलस्रेतों के किनारे पुलिस तैनात, लोगों से सावधान रहने की अपील…

जैसे ही मूसलाधार बारिश के कारण जिले के विभिन्न हिस्सों में जलभराव और नदी नालों के उफान पर आने की सूचना मिली वैसे ही जिला प्रशासन सतर्क हो गया। कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासनिक अमला और एसपी के निर्देश पर पुलिस बल उन संबंधित स्थानों पर पहुंच गई जहां लोगों को खतरा था। पुलों और रिपटों के ऊपर से बह रहे पानी को ध्यान में रखते हुए आसपास रहने और वहां से निकलने वाले लोगों को सचेत किया गया कि वे सावधान रहें ताकि खतरों से बचा जा सके। टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रही हैं।

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●छतरपुर विधायक ने जलभराव क्षेत्र का किया निरीक्षण…

छतरपुर विधायक ललिता यादव ने सुबह से ही जलभराव क्षेत्र का निरीक्षण किया। चूंकि मूसलाधार बारिश के कारण शहर के कई क्षेत्रों में पानी भर गया था। जैसे ही उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली वे तुरंत प्रशासनिक अमले को साथ लेकर संबंधित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंची। निरीक्षण करते हुए उन्होंने समुचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रशासन से कहा कि वे जलभराव क्षेत्र की लगातार निगरानी करें ताकि छतरपुर की जनता को कोई परेशानी न हो।

मौसम विभाग ने कहा- अब 30 जुलाई तक साफ रहेगा मौसम…

मौसम विभाग का कहना है कि करीब तीन दशक के बाद ऐसा संयोग बना कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी में बने सर्कुलेशन बुंदेलखंड में मिल गए। दोनों ओर से बादल बारिश लेकर आए इसलिए यहां इतनी जोरदार बारिश हुई है। मौसम विभाग के आरएस परिहार ने बताया कि अब यह सर्कुलेशन ग्वालियर क्षेत्र की ओर निकल गया है। जो संदेश मिल रहे हैं उनके मुताबिक 30 जुलाई तक मौसम साफ रहेगा। हालांकि लोकल डिस्टर्बेन्स होने से हल्की बारिश के आसार बने रहेंगे।

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●नौगांव में 24 घंटे में 5-8 इंच बारिश, उर्मिल डैम के 7 गेट खुले…

नौगांव क्षेत्र में बीती रात 5 से 8 इंच बारिश हुई, जिसके बाद उर्मिल नदी पर बना उर्मिल डैम लबालब हो गया। हालात ऐसे थे कि रात को डैम के 7 गेट खोलने पड़े। मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश सीमा पर बढ़ते जलस्तर को देखते हुए महोबा कलेक्टर गजल भारद्वाज ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों के साथ डैम का निरीक्षण किया और गेट खोलने के निर्देश दिए। इससे मध्य प्रदेश के सिंहपुर बहराइच डैम पर भी दबाव बढ़ा, जिसके गेट खोलने की तैयारी के लिए नौगांव एसडीएम ने निरीक्षण किया।

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स्थानीय लोगों का कहना है कि जुलाई में पहली बार डैम इतनी जल्दी भरा, जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है। वहीं डैम से पानी छोड़े जाने के बाद महाराजपुर तहसील के गणेशपुर, गरा सहित कई गांवों में जलभराव की स्थिति है। नौगांव शहर का बड़ा और छोटा तालाब ओवरफ्लो हो गया है। दौरिया गांव में तालाब के किनारे बसे 200-300 मकानों में पानी घुस गया है। तालाब के पास बिजली की डीपी पानी में डूबने से करंट का खतरा बढ़ गया है।

नौगांव एसडीएम और जनपद सीईओ ने बताया कि नाले को अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम जीएस पटेल, तहसीलदार पीयूष दीक्षित और पुलिस प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।

●लहचूरा बांध के 13 गेट खोलकर 2.55 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया…

हरपालपुर क्षेत्र में मध्यप्रदेश-उत्तर प्रदेश सीमा पर धसान नदी पर बने लहचूरा बांध के 13 गेट 4.50 मीटर की ऊंचाई तक खोलकर 2,55,300 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया है। प्रशासन ने धसान नदी के किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों, मछुआरों और चरवाहों से नदी किनारे न जाने की अपील की है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है, और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा गया है।

●सिंहपुर और रनगुवां बांध के खोले गए गेट…

बीती रात हुई तेज बारिश के कारण उर्मिल नदी का जलस्तर बढ़ गया और इसे देखते हुए सिंहपुर बांध के 3 गेट खोले गए। वहीं, रनगुवां बांध में भी पानी की भारी आवक के चलते क्षेत्रीय विधायक अरविंद पटैरिया ने देर रात बांध के कर्मचारियों और आसपास के लोगों से संपर्क कर स्थिति का जायजा लिया। उनके निर्देश पर शुक्रवार सुबह 4 बजे रनगुवां बांध के कुल 12 गेट खोले गए। जलभराव और बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया है। ग्रामीणों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और नदी-नालों के पास न जाने की अपील की गई है।

●सुबह नाले में बहा युवक, शाम को मिला शव…

ओरछा रोड थाना क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह ग्राम नारायणपुर निवासी हरवंश राजपूत (25 वर्ष) साइकिल सहित सिद्धेश्वर मंदिर के पास नाले में बह गया। बताया गया है कि जब हरवंश रास्ता पार कर रहा था, तभी वह बहाव के साथ बह गया। रेस्क्यू टीम ने दिन भर उसकी तलाश की, जिसके बाद शाम करीब 4 बजे नारायणपुर रोड पर सिद्धेश्वर मंदिर के पीछे उसका शव बरामद मिला। इस दौरान ओरछा रोड थाना पुलिस सहित अन्य प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। यह भी जानकारी मिली है कि घटना के वक्त हरवंश नशे की हालत में था। बहरहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।

●धामची गांव में भरा पानी, ग्रामीण छतों पर चढ़े…

ओरछा रोड थाना क्षेत्र के ग्राम धामची में शुक्रवार की सुबह उर्मिल नदी के उफान पर आने से बाढ़ जैसे हालात बन गए। गांव में पानी भरने से ग्रामीण अपने घरों की छतों पर चढ़ने को मजबूर हो गए। पानी के कारण गांव का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया, विद्युत लाइनें बंद रहीं और मोबाइल संपर्क टूट गया। स्थानीय निवासी प्रमोद यादव ने बताया कि पूरा गांव पानी से लबालब है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मदद करने की अपील की।

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●सिंघाड़ी नदी में फंसे आधा दर्जन लोगों को एसडीईआरएफ ने बचाया…

नौगांव क्षेत्र के करोला गांव के पास सिंघाड़ी नदी के तेज बहाव में एक परिवार के 6 लोग फंस गए। कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देश पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीईआरएफ की टीम, नौगांव एसडीएम जीएस पटेल, महाराजपुर तहसीलदार और गढ़ीमलहरा थाना पुलिस की मौजूदगी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। एसडीईआरएफ ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में नावों और रस्सियों की मदद से सभी 6 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। रेस्क्यू के बाद परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।

●मरीज को छोड़ने गई एंबुलेंस बही, बाल-बाल बचा चालक…

ओरछा रोड थाना क्षेत्र के कैंड़ी गांव के पास भारी बारिश के कारण भोपाल से आई एक एंबुलेंस तेज बहाव में बह गई। यह घटना उस समय हुई जब एंबुलेंस मरीज को छोड़कर वापस लौट रही थी। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तत्परता दिखाते हुए एंबुलेंस ड्राइवर को सुरक्षित बचा लिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बाढ़ के पानी में फंसी एंबुलेंस और ड्राइवर को बचाने की कोशिशें दिखाई दे रही हैं।

●आकाशीय बिजली गिरने से दो भैंसों की मौत…

बमीठा क्षेत्र के झमटुली गांव में बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से लखन पटेल पिता रामकिशन पटेल की दो भैंसों की मौत हो गई। दोनों भैंसें श्यामरा हार के पास खेत में चर रही थीं, तभी बिजली की चपेट में आ गईं। इस घटना से पशुपालक को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।

●एक दिन के लिए स्कूलों में घोषित रहा अवकाश…

छतरपुर: जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने 18 जुलाई 2025 को कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया। डीपीसी श्री पांडे ने बताया कि अति वृष्टि के कारण यह निर्णय लिया गया ताकि छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। भारी बारिश से जलभराव और अन्य जोखिमों को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। अभिभावकों से अपील की गई है कि वे अपने बच्चों को घर पर सुरक्षित रखें। यह छुट्टी सरकारी और निजी दोनों स्कूलों पर लागू रही।

●उफान पर रही उर्मिल और केल नदी, राजनगर-चंदला मार्ग बंद…

मूसलाधार बारिश के बाद बछौन क्षेत्र में हालात खराब रहे। तमाम नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे कई मार्ग अवरुद्ध हैं। राजनगर-बछौन मार्ग पर उर्मिल नदी के सिंहपुर डैम के दो गेट खोलने से पुल पर 3 फीट पानी बह रहा है। वहीं पुलिस ने जनहानि और दुर्घटना रोकने के लिए बैरिकेड लगाकर आवागमन रोक दिया है। इसी तरह, बछौन-चंदला मार्ग भी गुरुवार शाम से बंद है, क्योंकि लवरहा के पास केल नदी का पुल पानी में डूब गया है। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।

●उर्मिल नदी के पानी में डूबा संजयनगर टोल प्लाजा…

लवकुशनगर क्षेत्र में उर्मिल नदी उफान पर है। शुक्रवार को संजयनगर के एमपीआरडीसी टोल प्लाजा तक पानी पहुंच गया। इसके साथ ही स्थानीय तहसील कार्यालय, न्यायालय और बीआरसी कार्यालय में भी जलभराव हो गया। यहीं उमरिया गांव के मलखान पटेल, जो हसपुरा मौजा में खेती करता है, रात में अचानक बढ़े जलस्तर के कारण नदी के बीच पेड़ पर फंस गया। शुक्रवार दोपहर 2:40 बजे तक वह पेड़ पर ही फंसा रहा। बाद में किसी तरह उसे सकुशल बाहर निकाला गया। लवकुशनगर एसडीएम राकेश शुक्ला, थाना प्रभारी अजय अम्बे, जनपद सीईओ और पुलिस मौके पर मौजूद रहे और लोगों को पानी से दूर रहने के निर्देश दिए।

●धसान नदी के टापू पर फंसे डेढ़ दर्जन ग्रामीणों का किया गया रेस्क्यू…

जिले के सुजारा बांध से धसान नदी में पानी छोड़े जाने के कारण हरपालपुर क्षेत्र के चपरन गांव में पुराने चपरन की चट्टान पर बने टापू पर करीब डेढ़ दर्जन लोग सुबह 7 बजे फंस गए। प्रशासन ने पहले ही ग्रामीणों को टापू छोड़कर गांव की आंगनबाड़ी में बने बाढ़ राहत शिविर में जाने की अपील की थी, लेकिन अनदेखी के कारण यह स्थिति बनी। बाद में नौगांव तहसीलदार पीयूष दीक्षित और पटवारी आशीष पांडेय के नेतृत्व में थाना पुलिस, राजस्व अमले और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से नावों के जरिए तेज बहाव के बीच फंसे लोगों का रेस्क्यू किया गया।

●लबालब हुआ महाराजपुर का शिवसागर तालाब…

जिले के महाराजपुर नगर का शिवसागर तालाब एक रात में ही लबालब हो गया, जिसे देखने के लिए सुबह से सैकड़ों लोग तालाब के किनारे पहुंचे। स्थानीय लोगों ने इसे प्रकृति का चमत्कार बताया, क्योंकि कई बुजुर्गों ने पहले केवल इसके बारे में सुना था, और अब इसे अपनी आंखों से देखा। वहीं दूसरी ओर कुम्हेड़ी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया जिसके चलते छतरपुर जाने वाले बसों, टू-व्हीलर और पैदल यात्रियों का आवागमन बाधित रहा। महाराजपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत गोरा और मऊ में गांव के अंदर 3 फीट तक पानी भर गया, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया।