
Child Marriage in Afghanistan: 6 साल की बच्ची की 45 साल के व्यक्ति से शादी जिसकी पहले से 2 पत्नियां!
अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत में जून 2025 के अंत में एक घटना सामने आई, जिसमें 6 साल की बच्ची की शादी 45 साल के व्यक्ति से कर दी गई। यह मामला तब उजागर हुआ जब अमेरिका स्थित अफगान मीडिया पोर्टल Amu.tv ने रिपोर्ट किया कि बच्ची के पिता ने आर्थिक तंगी के कारण अपनी बेटी को पैसों के बदले उस व्यक्ति को सौंप दिया, जिसकी पहले से दो पत्नियां हैं। शादी धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ मर्जा जिले में हुई और सोशल मीडिया पर बच्ची की दुल्हन बनी तस्वीरें वायरल हो गईं, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस पर चर्चा शुरू हो गई।
*गरीबी, अशिक्षा और कानून जिम्मेदार*
मामला सामने आने के बाद तालिबान प्रशासन ने हस्तक्षेप किया, लेकिन शादी को रद्द नहीं किया और न ही किसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। तालिबान ने केवल यह कहा कि लड़की जब 9 साल की हो जाएगी, तब उसे पति के घर भेजा जाएगा। दोनों परिवारों को हिरासत में लिया गया, लेकिन कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई। अफगानिस्तान में तालिबान शासन के बाद से बाल विवाह के मामलों में 25% तक बढ़ोतरी दर्ज की गई है, क्योंकि यहां शादी की न्यूनतम उम्र का कोई कानून नहीं है और फैसले शरिया कानून के अनुसार होते हैं। संयुक्त राष्ट्र और यूनिसेफ जैसी संस्थाओं के अनुसार, तालिबान के सत्ता में लौटने (2021) के बाद से बाल विवाह और जबरन विवाह के मामले तेजी से बढ़े हैं। यह घटना अफगानिस्तान में महिलाओं और बच्चियों की स्थिति को दिखाती है, जहां गरीबी, अशिक्षा और तालिबान के सख्त कानूनों के कारण ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं।
*अंतरराष्ट्रीय दबाव बेअसर*
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना की निंदा की है, लेकिन अब तक तालिबान सरकार ने बाल विवाह रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद तालिबान ने बाल विवाह या महिलाओं के अधिकारों पर कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। संयुक्त राष्ट्र, यूनिसेफ और कई देशों ने तालिबान से महिलाओं की शिक्षा, काम और सुरक्षा के अधिकार बहाल करने की मांग की है, लेकिन तालिबान अपने फैसलों पर कायम है।





