Child Marriage Stopped : बिना मां की नाबालिग बच्ची की शादी को कलेक्टर के निर्देश पर रोका गया!

सौतेली मां और पिता से परेशान बालिका को बाल संरक्षण गृह भेजा गया!

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Child Marriage Stopped : बिना मां की नाबालिग बच्ची की शादी को कलेक्टर के निर्देश पर रोका गया!

Indore : बाल विवाह जैसी कुप्रथा की रोकथाम के लिए कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधौलिया द्वारा शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को ऐसा ही एक मामला कंट्रोल रूम पर शिकायत के माध्यम से सामने आया। ये बिन मां की नाबालिग बच्ची की शादी करने का मामला है, जिसे रोक दिया गया।
ग्रामीण परियोजना की परियोजना अधिकारी ममता कनेश ने शिकायत मिलते ही पर्यवेक्षक राधा यादव को मामले की जांच करने के लिए कहा। बाल विवाह विरोधी उड़नदस्ता प्रभारी महेंद्र पाठक और कोर ग्रुप सदस्य देवेंद्र कुमार पाठक भी सूचना मिलते ही तुरंत ग्राम मिर्जापुर पहुंचे। पाठक ने मामले की जानकारी क्षेत्रीय तहसीलदार देवेंद्र कछावा को दी। शिकायत मिलते ही उन्होंने थाना तेजाजी नगर से संपर्क किया और पटवारी को भी मौके पर भेजा।

जब दल बालिका के घर गया, तो वहां ताला लगा था। बालिका के पिता से फोन पर संपर्क करने पर पता चला कि बेटी का विवाह उसके ननिहाल उमरी खेड़ा से किया जा रहा है। नाना के घर बालिका और उसके परिजन भी मिल गए। जब परिवार को नियमों की जानकारी दी तो वह कहने लगे हमें पता है बेटी की शादी 18 साल की उम्र से पहले नहीं कर सकते। किंतु, इज्जत जाने के डर से यह शादी जल्द से जल्द करना पड़ रही है।

समझाइश इसके बाद परिवार विवाह निरस्त करने को तैयार हो गया। बालिका ने चर्चा में कुछ बताने से इनकार कर दिया और चुप होकर रोती रही। जब उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने की बात कही गई, तो वह तैयार हो गई। बालिका को पुलिस के माध्यम से बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां उसने अपने मन की बात एकांत में बताई और कई राज खोलें। पूरे दिन मशक्कत के बाद अंत में बालिका को स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत संरक्षण गृह भेजा गया है। कार्रवाई के दौरान ग्राम पंचायत मिर्जापुर की सचिव, ग्राम कोटवार और विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।

पिता और सौतेली मां से परेशान
बालिका ने बताया कि उसकी माता का निधन पहले ही हो चुका है पिता ने दूसरी शादी कर ली है सौतेली मां प्रताड़ित करती है और पिता भी आए दिन मारपीट करता है। बालिका ने संभावना जताई कि यदि उसे वापस घर भेजा गया, तो उसके साथ मारपीट की जाएगी और जबरन विवाह किया जाएगा। बालिका द्वारा प्रताड़ना की बात कहे जाने पर बाल कल्याण समिति ने उसे सुधार गृह भेजने का निर्णय लिया। बालिका ने बताया कि वह किसी अन्य लड़के से प्यार करती है। उसकी कम उम्र में हो रही शादी की शिकायत उसी के माध्यम से करवाई गई है।

पूछताछ के लिए गए वहीं मिला ताला
शिकायत के आधार पर होने वाले बाल विवाह की जांच के लिए पहुंचे दल ने जहां जाकर दस्तक दी वहीं ताले मिले। पहले बालिका के घर मिर्जापुर में ताला लगा था, वहां कोई नहीं नजर आया। पिता ने नाना के घर का जो पता दिया, उस घर पर टीम पहुंची तो वहां पर भी ताला लगा हुआ था। पड़ोसियों ने बताया कि पूरा परिवार दिन में खेत पर रह रहा है। जानकारी के बाद नाना के खेत में जाने पर वहां परिवार से मुलाकात हुई।

बालिका को बाल संरक्षण गृह भेजा गया
बाल कल्याण समिति द्वारा बालिका को तत्काल स्थिति को देखते हुए बाल संरक्षण गृह भेजने के निर्णय पर अपनी ओर से जिला अस्पताल में प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भेजा गया थाना तेजाजी नगर की महिला आरक्षक को मेडिकल टीम ने उक्त पत्र के आधार पर मेडिकल करने से इनकार कर दिया। समिति अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल ने जब उच्च अधिकारियों से चर्चा की तो लगभग डेढ़ घंटे बाद बालिका का परीक्षण हुआ उसके बाद ही उसे संरक्षण गृह भेजा जा सका।