Child Marriage Stopped : खुद की शादी रुकवाने थाने क्यों पहुंची दुल्हन!

आधार कार्ड के अनुसार बालिका की आयु 15 साल, लड़के की 30 साल निकली!

1416

Indore : शादी के लिए परिजन बेटी को हल्दी लगाने के लिए खोज रहे थे और वह अन्नपूर्णा थाने और बाल कल्याण समिति (Child welfare committee) के सामने कम उम्र में जबरदस्ती शादी कराने की शिकायत लेकर पहुंच गई। सूचना मिलने पर बाल विवाह विरोधी उड़नदस्ता प्रभारी महेंद्र पाठक, चाईल्ड लाइन के दीपक गोस्वामी और दिव्या गर्ग के साथ थाने पर पहुंचे। थाने पर दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ करने के बाद बालिका को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया। वहां वर और वधु पक्ष ने भी अपनी बात रखी।

समिति की पूछताछ में बालिका ने बताया कि उसकी उम्र कम है और मामा जबरदस्ती 30 साल के आदमी से मेरी शादी करवा रहे (Mama forcibly getting me married to a 30 year old man) हैं। उसे वह लड़का भी पसंद नहीं है। उम्र के लिए प्रस्तुत आधार कार्ड के अनुसार बालिका की आयु 15 साल ही सामने आई। बाल कल्याण समिति की पल्लवी पोरवाल ने बालिका से अकेले में चर्चा की, तो उसने अपने मन की बात उनके सामने रखी।

बाल विवाह विरोधी उड़नदस्ता प्रभारी महेंद्र पाठक ने बताया कि वर पक्ष से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि वे विवाह का पूरा खर्च उठा रहे हैं। शुरुआत से लड़की ने उन्हे इस तरह की बात नहीं बताई। मामा-मामी ने भी उन्हें कम उम्र की होने की बात नहीं बताई। उन्हें लड़की की उम्र 21 साल बताई गई (The girl’s age is said to be 21 years) थी। वर पक्ष ने आज होने वाले विवाह के लिए सारी तैयारी पूरी कर ली थी। अचानक ही यह घटना सामने आने से वे इज्जत को लेकर संताप करने लगे।

बालिका के मामा-मामी ने कहा कि बालिका के पिता का निधन हो गया है। बेटी के व्यवहार से परेशान माँ ने दूसरी शादी कर ली। तभी से लड़की मामा के सुदामा नगर वाले मकान में अकेली रह रही है। उन्होने कई तरह के फोटो और वीडियो सामने रखकर बालिका पर आरोप भी लगाए। उन्होंने बताया कि सुबह से लड़की घर पर नहीं दिखी। वे बार-बार उसे हल्दी, मेहंदी की रस्म के लिए फोन लगा रहे थे, किंतु लड़की ने फोन नहीं उठाया। जब थाने से बुलावा आया तो यह जानकारी मिली।

अंत में समझाइश देने पर उन्होने विवाह निरस्त कर दिया। वर पक्ष ने तुरंत ही अपने रिश्तेदारो को फोन पर भी विवाह निरस्त किए जाने की सूचना भेजी। बाल कल्याण समिति के सामने बालिका की एक सखी ने उसे अपने पास रखने का प्रस्ताव दिया! जिस पर समिति ने कहा कि उसे अब किसी के पास नहीं रखा जा सकता है। बालिका को बालिका गृह में भेज दिया है।

कम उम्र में होने वाले विवाह को लेकर इस तरह शिकायतें सामने आती रहती हैं। गत एक सप्ताह में ही जिले में 4 मामले सामने आ चुके हैं। इस साल सामने आने वाले मामलों में कई अनूठे मामले सामने आए है। कुछ मामलों में माता-पिता से तो कुछ में परिजनों से परेशान बेटियो का कम उम्र में विवाह कराए जाने की बात भी सामने आ चुकी है।