Child Wandered Away : घर से भटककर दूर पहुंचे 9 साल के बच्चे को पुलिस ने परिवार के सुपुर्द किया!

सागर से आकर इंदौर में बसे परिवार का बच्चा घर का पता नहीं बता पाया!

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Child Wandered Away : घर से भटककर दूर पहुंचे 9 साल के बच्चे को पुलिस ने परिवार के सुपुर्द किया!

Indore : 9 साल का लड़का खेलते-खेलते घर से काफी दूर निकल आया। उसे घर का ठीक से पता और रास्ता भी नहीं पता था। वो पुलिस जवानों की नजर में आ गया तो उन्होंने उसे संभाला और तीन घंटे की मशक्कत के बाद उसे सकुशल उसके घर पहुंचा दिया। दरअसल, शहर में सुरक्षा के साथ बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाने का भी काम भी पुलिस कर रही है।

रविवार को संयोगितागंज थाने के जवानों ने 9 साल के बच्चे को चंद घंटो में उसके परिजनों से मिलाकर इंसानियत की मिसाल पेश की। शीतल नगर मालवीय नगर इलाके से अपने घर वालों को बिना बताए 9 साल का एक बच्चा खेलता-खेलता काफी दूर निकल गया चिड़ियाघर के पास पहुंच गया। बच्चे को जब अहसास हुआ कि दूर आ गया है तो सड़क पर रोने लगा। क्योंकि, उसके घर से यह दूरी 4-5 किमी है। चिड़ियाघर पर ड्यूटी में खड़े थाना संयोगितागंज के प्रधान आरक्षक सुनिल, विमल, लक्ष्मण सिंह और ललित ने उसके परिजनों के बारे में जानने की कोशिश की तो वह घबराहट में अलग-अलग पता बता रहा था। तो उन्होंने बच्चे को खुद संभाला।

थोड़ी देर बाद फिर पूछताछ की तो उसने अपना नाम और पापा का नाम बताया। बच्चे को किसी के फोन नंबर पता नही थे। इसके बाद थाना प्रभारी सतीश पटेल के कहने पर बच्चे के फोटो सभी व्हाट्स ग्रुप में शेयर किए गए। बच्चे के बताए तीन चार एड्रेस पर जाकर तस्दीक किया गया। करीब चार घंटे मशक्कत के बाद पुलिस की मेहनत रंग लाई और वे ढूंढ़ते-ढूंढ़ते बच्चे की कॉलोनी में पहुंचे गए। वहां के लोगों से पूछताछ कर उसके घर पहुंचे, जहाँ उसकी मां और बहन मिली। बच्चे की मां से पूछते उसने बताया की वह सागर के रहने वाले है और इंदौर में किराए के मकान में रहते है। मेरा बेटा है जो 9 साल का है। उसके पिता ऑटो रिक्शा चलाते है। सुबह वे ऑटो चलाने चले गए और मां बर्तन, झाड़ू, पौंछा करने काम से चली गई थी। तभी उनका लड़का खेलते-खेलते कहीं चला गया, किसी को पता नही चला, उनको लगा कि नीचे खेल रहा होगा।उसके पास पैसे भी नहीं थे और न ठीक से पता याद था।

थाना संयोगितागंज के थाना प्रभारी सतीश पटेल के निर्देशन में थाने के प्रधान आरक्षक सुनिल, प्रधान आरक्षक विमल, आरक्षक लक्ष्मण सिंह चौहान, आरक्षक ललित ने बच्चे को सकुशल उसके घर छोड़कर उसकी माता के सुपुर्द किया।