Children’s Commission’s displeasure : बाल आयोग के अध्यक्ष की फटकार के बाद कार्यशाला आयोजित

बरती गई विभागीय लापरवाही के संबंध में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश

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Bhopal : स्‍कूल शिक्षा विभाग की नींद राष्ट्रीय बाल आयोग की नाराजगी के बाद खुली। राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने 17 मार्च को स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि शमी को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में कोरोना काल में बच्चों में उपजे अवसाद को कम करने के लिए राज्य स्तरीय ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन करने के लिए कहा गया था। मध्य प्रदेश में 16 मार्च को ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन सुनिश्चित किया गया था। पर, उस दिन कार्यशाला नहीं हुई।

इस तरह विभाग की और से अनदेखी की गई। राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष ने कार्यशाला के आयोजन के संबंध में बरती गई विभागीय लापरवाही के संबंध में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने का जिक्र किया है। साथ ही हिदायत दी कि कार्यशाला 31 मार्च के पहले आयोजित की जाए।

आयोग की फटकार के बाद स्कूल शिक्षा विभाग आज गुरुवार को कार्यशाला को राजी हुआ। स्‍कूल शिक्षा राज्य मंत्री शिक्षा इंदर सिंह परमार की मौजूदगी में गुरुवार को कार्यशाला आयोजित की जाएगी। कार्यशाला करियर लॉ कॉलेज गोविंदपुरा में होगी।

इस तरह विभाग की गई अनदेखी

कार्यशाला के लिए नोडल अधिकारी राज्य शिक्षा केंद्र के रमाशंकर तिवारी को नियुक्त किया गया। तिवारी से कार्यशाला के लिए निरंतर संपर्क में रहे, लेकिन कार्यशाला की तिथि 16 मार्च को कोई भी अधिकारी लिंक से नहीं जुड़े। जब इस संबंध में तिवारी से बात हुई, तो उन्होंने कहा कि कोई अन्य वर्कशाप के कारण नहीं जुड़ पाए। जबकि, कार्यशाला में जुड़ने की सूचना आयोग को पहले से नहीं दी गई।

आयोग की कार्यशाला की जानकारी होते हुए भी विभाग द्वारा उसी समय कोई अन्य कार्यशाला निर्धारित करना और उसकी पूर्व सूचना आयोग को न देना प्रशासनिक विफलता और अकर्मण्यता को दर्शाता है।

आयोग के अध्यक्ष ने पत्र में लिखा कार्यशाला के आयोजन के संबंध में बरती गई विभागीय लापरवाही के संबंध में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।

साथ ही कार्यशाला 31 मार्च के पहले आयोजित करें। इसके बाद गुरुवार को गोविंद पूरा के लॉ कॉलेज में मंत्री की मौजूदगी में कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।