Circumcision Scandal : सात साल बाद महेश बेटे को सिवान ले गए, परिवार ने आरती उतारी!

खतना कांड के पीड़ित 8 साल के बच्चे के मुस्लिम बनने के बाद घर वापसी!

1027

Circumcision Scandal : सात साल बाद महेश बेटे को सिवान ले गए, परिवार ने आरती उतारी!

Indore : एक महिला के प्रेम ने बच्चे की जिंदगी को बर्बाद कर दिया था। लेकिन, सात साल बाद उसके पिता महेश नाहटा ने उन्हें ढूंढ लिया और पुलिस और अदालत की लम्बी प्रक्रिया के बाद वो अपने बच्चे को लेकर राजस्थान लौट गया। मां ने अपने मुस्लिम प्रेमी के कहने पर बच्चे का खतना करके उसका धर्म भी बदल दिया था।

एक सप्ताह पहले अपने आठ साल के बेटे की खोज में राजस्थान से आए महेश नाहटा ने आखिर अपने बेटे को महिला और उसके प्रेमी के चंगुल से छुड़ा लिया। बच्चे को मुस्लिम बनाने और खतना की शिकायत करने वाला पिता अब खुश है। शुक्रवार को वे अपने बेटे को साथ लेकर राजस्थान लौट गए। बेटे को घर ले जाने से पहले उन्होंने उसे जैन तीर्थ के दर्शन कराए। बाजार से नए कपड़े लिए फिर घर लेकर गए। परिवार ने तिलक लगाकर दोनों का स्वागत किया। इस दौरान बच्चे के नाना और नानी भी उनके साथ थे।

महेश का कहना था कि 2015 में बेटा होने के बाद मुझे पिता बनने पर जो खुशी मिली थी, वही खुशी मेरे जीवन में दोबारा आ गई है। अब मैं अपने बेटे को पाकर बहुत खुश हूं। इस ख़ुशी को मैं शब्दों में बयां नही कर सकता। शुक्रवार रात बच्चे की सुपुर्दगी मिलने के बाद वे सुबह अपने घर सिवाना (राजस्थान) चले गए। यहां सबसे पहले बेटे को सिवाना जैन तीर्थ के दर्शन कराए।

बच्चे ने पिता के साथ बैटरी वाली कार चलाकर मंदिर परिसर देखा। इसके बाद वह बेटे को लेकर बाजार गए। यहां उसे कपड़े, चॉकलेट और दूसरा सामान दिलाया। बाद में परिवार के लोगों के बीच लेकर पहुंचे। परिवार के लोग भी आठ साल के बच्चे की घर वापसी पर काफी खुश नजर आए। परिवार की महिलाओं ने उसकी आरती उतारी।

सात साल के संघर्ष के बाद ख़ुशी

महेश नाहटा का कहना है कि मैंने बेटे के लिए सात साल काफी संघर्ष झेला है। सिर्फ मैं ही जानता हूं कि बेटे को वापस पाने के लिए मैंने क्या-क्या किया। मुझे मेरी पत्नी प्रार्थना से अब कोई मतलब नहीं। लेकिन, बच्चे के साथ जो हुआ वह गलत हो रहा था। वह जिस चीज को जानता नहीं उसे उसी में डाला जा रहा था। अब उसकी अच्छी पढ़ाई और बेहतर भविष्य पर ध्यान देना है। बुरे लोगों का साया भी दूर तक न पड़े यही मैं चाहता हूं।