संसद में धक्का मुक्की: जनता कह रही है माननीयों धिक्कार है! यह धक्का किसी सांसद को नहीं, संसद को लगा है…!!

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संसद में धक्का मुक्की: जनता कह रही है माननीयों धिक्कार है! यह धक्का किसी सांसद को नहीं, संसद को लगा है…!!

गोपेन्द्र नाथ भट्ट की विशेष टिप्पणी 

संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में दिए गए बयान के बाद पक्ष प्रतिपक्ष के मध्य उठे राजनीतिक भूचाल और विवाद के कारण बुधवार की तरह गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हो पाया। इस बीच संसद के बाहर कथित धक्का मुक्की में भाजपा के सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत चोटिल हो गए। सांसद प्रताप सारंगी के सिर पर और आंख के पास चोट लगी। बीजेपी के दोनों घायल सांसदों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। एक आदिवासी महिला सांसद के साथ भी अभद्रता का आरोप है। महिला सांसद ने सभापति से इसकी शिकायत भी की है। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ एक एफआरआई दर्ज कराई । राहुल गांधी पर छह धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। वहीं पलटवार करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद दिग्विजय सिंह, राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी ने भी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से धक्का-मुक्की करने और खराब व्यवहार किए जाने की शिकायत दर्ज कराई है।

इस पूरी घटना के दो पक्ष हैं। दोनों पक्षों की ओर से संसद और संसद के बाहर जोरदार बहस हो रही हैं। घायल सांसदों को देखने गए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मामले को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए इस प्रकरण की निन्दा की हैं। राज्यसभा में सदन के नेता जे पी नड्डा ने भी इस मामले में कांग्रेस की निदा की है। दूसरी ओर प्रतिपक्ष के सांसद संसद के सीसी टीवी को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। यह मामला देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई तक पहुंच गया है,जहां बताते है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय पर हमला बोल दिया है और तोड़फोड़ भी की गई है।

घटना की शुरुआत गुरुवार को संसद के बाहर बीजेपी और कांग्रेस के सांसदों के एक दूसरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ शुरू हुई। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल थीं। इस बीच आरोप है कि राहुल गांधी ने संसद के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी के सांसदों को कथित रूप से धक्का मारा। बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि विपक्ष के सांसदों के लिए संसद जाने का रास्ता बना हुआ था, लेकिन राहुल गांधी ने एनडीए सांसदों के विरोध प्रदर्शन के बीच घुसने की कोशिश की। इसी दौरान धक्का मुक्की हुई।के

बीजेपी सांसदों के चोटिल होने के बाद मामला तूल पकड़ने पर कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत सौंपी। कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी के साथ कांग्रेस सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने थाने में जाकर शिकायत दी। कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी एक पत्र लिखा है और उनसे घटना की जांच का आदेश देने को कहा है। इधर संसद में धक्का कांड के बाद कांग्रेस के ऊपर भारतीय जनता पार्टी लगातार हमलावर है। बीजेपी आरोप लगा रही है कि राहुल गांधी ने पार्टी के दो सांसदों को धक्का मारा, जिससे वो चोटिल हो गए। इसको लेकर जयंत चौधरी भी कांग्रेस पर हमलावर हो गए । बिना नाम लिए केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने राहुल गांधी पर कटाक्ष किया है।

इससे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने संवाददाताओं के सामने अपनी बात रखी। खरगे ने कहा,आज हमारा प्रोटेस्ट था। हम बाबा साहब के स्टैच्यू से निकले और एक शांत तरीके से लाइन में आ रहे थे, लेकिन मकर द्वार पर हमको रोकने के लिए भाजपा सांसद वहां बैठ गए। संसद का टाइम पांच मिनट बाकी था, इसलिए हम अंदर जाना चाहते थे,लेकिन उन्होंने हमें दरवाजे पर रोका और अपना मसल पॉवर दिखाया । पूछो मत, हमारे साथ महिला सांसद भी साथ आ रही थी। वो बहुत शांत तरीके से आ रहे थे, लेकिन उनको भी रोका गया। ये जबरदस्ती हमारे ऊपर हमला करके की थी । मैं पहले ही किसी को धक्का देने की स्थिति में नहीं हूं, लेकिन मेरे को खुद उन लोगों ने धक्का दिया। मैं अपना बैलेंस नहीं संभाल सका। मैं नीचे बैठ गया। अब हमारे ऊपर इल्जाम लगा रहे हैं कि हमने धक्का दिया, हमने उनको गिराया। प्रेस वार्ता में लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी दावा किया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें और अन्य विपक्षी सदस्यों को संसद भवन में जाने से रोका और धक्का-मुक्की की। इस पूरे मामले में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को माफी मांगनी चाहिए और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।

कांग्रेस के प्रेस कांफ्रेंस के बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और पीयूष गोयल सामने आए। शिवराज सिंह चौहान ने कहा,अभी-अभी खरगे जी और राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस की। हम सोच रहे थे कि वे संसद में उनके द्वारा किए गए कुकृत्य की क्षमा मांगेंगे लेकिन इस प्रेस कांफ्रेंस से भी उनका अहंकार झलक रहा था। सांसदों को अधिकार है कि वे विरोध प्रदर्शन करें। कांग्रेस भी मकर द्वार पर पिछले दिनों प्रदर्शन कर रही थी। उस समय हम लोग संसद जाने के लिए द्वार ही बदल लेते थे या पास के स्पेस से चुपचाप निकल कर चले जाते थे। आज जब भारतीय जनता पार्टी के सांसद मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तो राहुल गांधी वहां आए। सुरक्षा कर्मियों ने उनको कहा कि साइड में जो स्पेस है आप वहां से जाएं, लेकिन राहुल गांधी जान बूझकर हमारे सांसदों के बीच पहुंच गए। न केवल पहुंचे उन्होंने ऐसा व्यवहार किया कि कोई कल्पना नहीं कर सकता है कि धक्का-मुक्की, गुंडागर्दी. अशालीन, अशोभनीय और गुंडागर्दी से भरा व्यवहार था वह। आज मेरा मन भारी है, व्यथित है, पीड़ा से भरा हुआ है। आज जो संसद में हुआ उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हमारे शालीन सांसद प्रताप सारंगी के सिर पर गंभीर चोट लगी है। वे आईसीयू में पहले भर्ती है और उनका इलाज जारी है। मुकेश राजपूत बेहोश तो बेहोश हो गए थे। उनकी एमआरआई हो रही है। हमारी एक आदिवासी महिला सांसद से अभद्रता भी की गई।

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि संसद में पक्ष विपक्ष का एक दूसरे पर धक्का मुक्का का यह आरोप सारे दिन सभी मीडिया चैनल पर चल रहा है। बताया जा रहा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन के किसी भी गेट पर सांसदों के धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने के निर्देश दिए है। अब किसी भी राजनीतिक दल के सांसद नए संसद भवन के छह गेट्स में से किसी भी गेट पर धरना और प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे।

दूसरी ओर इस बार संसद के शीतकालीन सत्र के शुरुआत के आठ नौ दिन बर्बाद होने के बाद पिछले दो दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गए है जबकि शुक्रवार को इस सत्र के आखिरी दिन भी संसद में कोई कामकाज होने की संभावना नहीं है। इधर जनता भी कह रही है माननीयों धिक्कार है! यह धक्का किसी एक दो सांसदों को नहीं, पूरी संसद को लगा है…!!