Bhopal: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में कलेक्टरों से कहा कि वे इंदौर को मॉडल मानकर स्वच्छता को जन आंदोलन का रूप दें।
उन्होंने कहा कि कैसे हम स्वच्छता में पहले नंबर पर आएं, ऐसा लगातार प्रयास करते रहे। समाज के सभी प्रबुद्ध जन को बुलाकर उन्हें प्रेरित करें ताकि आमजन प्रेरित हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको यह जिद बना लेनी चाहिए कि हमारे जिले को स्वच्छता में बेहतर रैंकिंग मिले।
इसे जन आंदोलन का रूप दिया जाना चाहिए। सर्वेक्षण में जिलों की रैंकिंग होगी। कलेक्टर को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। कलेक्टर का सम्मान मतलब प्रदेश का सम्मान होता है।
मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 की तैयारी, नगरी क्षेत्र की सड़कों के संधारण और क्षेत्रों में सीवरेज ट्रीटमेंट की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर्स को जिलों में नेतृत्व प्रदान करना होगा तथा समयसीमा बैठक में नियमित समीक्षा करनी होगी।
ओडीएफ प्रमाणीकरण:
– प्रदेश की सभी 378 निकायों को ओडीएफ डबल प्लस प्राप्त करना हैं।
– महत्वपूर्ण-FSTP/ CT-PT संधारण एवं रखरखाव।
जीएफसी स्टार रेटिंग प्रमाणीकरण:
– सभी नगर निगमों को 5 स्टार और शेष सभी निकायों को “न्यूनतम” 3 स्टार
प्रेरक दौर सम्मान :
– सभी नगर निगमों को न्यूनतम ‘गोल्ड’ एवं शेष सभी निकायों को न्यूनतम ‘सिल्वर’
स्वच्छता के मामले में प्रदेश के 5 जिले इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, बुरहानपुर टॉप पर हैं।
सीएम ने कहा कि स्वच्छता में इंदौर ने असाधारण स्थान हासिल किया है।जैसे इंदौर ने इतने इनोवेशन किये हैं कि पूछिये मत।इंदौर आइकोनिक शहर हो जाएगा, तो बाकी शहर भी गंभीरता से लें।
जो हमारे बॉटम के जिले हैं – अनूपपुर, रायसेन, टीकमगढ़, सीधी, भिंड जिले हैं।
सीएम ने कहा कि भोपाल जैसे शहर पीछे क्यों रहे।
भोपाल में बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन गया, वहां मुझे गंदगी दिखी। पूरा शहर साफ होना चाहिए। जन आंदोलन के बिना यह नहीं हो सकता। इस काम में फोकस होकर जुट जाएं।