CM danced in Bhagoria : ढोल और मांदल की थाप पर शिवराज सिंह और साधना सिंह ने भगोरिया में डांस किया
(थांदला से श्याम त्रिवेदी की रिपोर्ट)
Thandla (Jhabua) : आज यहाँ के भगोरिया मेले का रंग की कुछ और था। क्योंकि, आदिवासी युवक-युवतियों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी पत्नी साधना सिंह जमकर थिरके! दोनों ने पारंपरिक आदिवासी परिधान पहनकर ढाेल और मांदल की थाप पर जमकर नृत्य किया। मुख्यमंत्री हाथ में तीर-कमान लिए थे, जबकि साधना सिंह ने सिर पर बाेहलनी रखी थी। वे करीब डेढ़ घंटे तक भगोरिया मेले में रहे।
पारंपरिक नृत्य के साथ शिवराज सिंह और साधना सिंह का स्वागत भी किया गया। मुख्यमंत्री जनजातीय समुदाय के सबसे बड़े त्योहार भगोरिया में शामिल हाेकर होली, सप्तमी और दशमी की बधाई देने आए हैं।
शिवराज सिंह ने आने से पहले उनके लिए जगह खाली कराई जगह। इसके बाद उन्होंने कलाकारों के साथ तीर-कमान लेकर ढोल और मांदल की ताल पर नृत्य किया।
शिवराज सिंह चौहान और साधना सिंह को हेलीपैड से सीधे डाक बंगला पहुंचे। यहाँ आकर उन्होंने और साधना सिंह ने पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा पहनी। फिर वे बायपास से होते हुए पुरानी मंडी पहुंचे, जहाँ ये आयोजन रखा गया है। यहां से ढोल- मांदल की थाप पर तेजाजी मंदिर होते हुए वे कुम्हारवाड़ा पहुंचे।
भगोरिया की मस्ती में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री ने जनता को भगोरिया और होली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मैं थांदला में हूं। यहाँ सबके साथ भगोरिया मनाने आया हूँ। मेरे सभी भांजे-भांजियों को मामा का राम राम। दो साल से कोरोना के कारण ढंग से भगोरिया नहीं मना पाए थे। लेकिन, इस बार खूब भगोरिया मनाओ, होली मनाओ, गैर निकालो कोरोना वायरस कंट्रोल में है। मामा भी इसीलिए भगोरिया मनाने आया है और मामी को भी साथ लाया है। मेरे बहनों और भाइयों और भांजे-भांज़ियों मैं यह सरकार आपकी जिंदगी में खुशियां लाने के लिए ही है।
थांदला आगे बढ़े, झाबय आगे बढ़े जनता की सारी कठिनाइयों और कष्ट दूर हो जाएं इसमें कोई हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मेरी बहनों झाबुआ जिले के हर गांव में हर घर में पाइपलाइन बिछाकर हर घर में टोंटी वाला नल लगाने के लिए 550 करोड रुपए हमने मंजूर किए हैं। बहनों और बेटियों को हैंडपंप से पानी न भरना पड़े। आज कोई लम्बी बात नहीं करना है। आप सभी को होली की राम-राम। शालीनता से होली मनाओ, खूब खुश रहें और प्रसन्न रहें। भगोरिया और होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। होली की राम-राम भगोरिया की राम-राम!
“हैं और भी दुनिया में सुखन्वर बहुत अच्छे, कहते हैं कि गालिब का है अन्दाज-ए-बयां और”